* छुरा@@@@@* “गणपति बप्पा मोरया…. मंगलमूर्ति मोरया…. कुछ ऐसे ही उद्घोष से मंगलवार को देर शाम सिद्धिविनायक गणेश उत्सव समिति आजाद चौक जुन्नापारा मड़ेली तथा त्रिवेणी संगम गणेश उत्सव समिति मड़ेली, के गणपति बप्पा की पूजा अर्चना कर गाजे बाजे के साथ विसर्जन के लिए निकाली गई, मड़ेली की सड़कें, गली-मोहल्ले गुंजती रही। जिसको देखो वहीं अपने आराध्य गणपति को सबसे शानदार विदाई देना चाहते थे।हर तरफ रंगों और फूलों की होली खेलने वालों की भीड़ लगी थी। गाजे-बाजे के साथ निकाली गई भगवान गणपति बप्पा की मूर्ति। विसर्जन यात्रा में भक्तगण नाचते झूमते नजर आए। इस दौरान लोगों ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल भी लगाया। जब श्रद्धालु अपने आराध्य देव गणेश जी की मूर्ति शीतला तालाब पहुंचे, तो उनके साथ सेल्फी लेने का दौर शुरू हो गया। अगले बरस जल्दी आने की कामना के साथ विघ्नहर्ता की मूर्ति की पूजा- अर्चना कर विसर्जित किया गया। मड़ेली में सिद्धिविनायक गणेश उत्सव समिति आजाद चौक जुन्नापारा मड़ेली तथा त्रिवेणी संगम गणेश समिति, राधा कृष्ण गणेश समिति में इस बार विघ्नहर्ता बप्पा जी आकर्षण का केंद्र बना रहा। गणेश उत्सव को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। लगभग 15 दिन पूर्व से ही गांव में जगह-जगह आकर्षक पंडाल निर्माण की तैयारी समिति द्वारा शुरू गई थी। 07 सितंबर शनिवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर सजे-धजे आकर्षक पंडालों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर लंबोदर की प्रतिमा स्थापित करने के साथ ही गांव में गणेशोत्सव की धूम शुरु हो गई है।ग्रामीण इलाकों में भी छोटे-बड़े पंडालों में विघ्नहर्ता की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना का दौर शुरु हो गया है। छुरा नगर के प्रमुख व्यवसायिक मार्गों में आकर्षक पंडाल बनाए गए हैं, साथ ही विद्युत झालरों से सजावट भी की गई है। मड़ेली के हर मोहल्ले में आकर्षक पंडाल तैयार कर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई । गणेश चतुर्थी पर 10 दिवसीय गणपति महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को आस्थामय वातावरण में उत्साह और उमंग के साथ हुआ। सुबह से ही घरों, मंदिरों और विभिन्न पंडालों में गणपति बप्पा मोरया की गूंज सुनाई देने लगी। श्रद्धालुओं ने भी विधि विधान से पूजन कर भगवान गणेश की प्रतिमाओं को स्थापित किया। शाम को महाआरती करने के बाद प्रभु की आराधना कर सुख समृद्धि का वरदान मांगा । पुजारी तुकेश्वर ठाकुर ने कहा, उदय तिथि के आधार पर गणेश चतुर्थी और 10दिनों तक चलने वाले गणेशोत्सव की शुरुआत 07 सितम्बर से हो गई है। दस दिनों तक भक्तिमय रहेगा माहौल,जगह जगह पूजा समिति द्वारा धार्मिक आयोजन, भजन संध्या का आयोजन भी एक -दो दिन के भीतर शुरू हो जाएगा। कई चर्चित भजन मंडलियां व आर्केस्ट्रा ग्रुप द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी गई। वहीं पूरे दस दिनों तक गांव,शहर का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय रहा। इस अवसर पर समिति सदस्य हुमेन्द्र निर्मलकर, माधव निर्मलकर (संरक्षक), अमन निर्मलकर(अध्यक्ष), देवेन्द्र साहू (उपाध्यक्ष) शीतल निर्मलकर(सचिव), गगन ठाकुर (सहसचिव), रामचंद साहू, ईश्वर निर्मलकर, तेजराम निर्मलकर,तपेश्वर साहू , परदेशी राम सहीस, तेजराम निर्मलकर,वेशनारायण ठाकुर, डॉ. लोकेश्वर साहू, दिनेश साहू, बिसहत निर्मलकर,हुमन साहू, लक्की साहू, योगेन्द्र ठाकुर, निक्कू ध्रुव, चेतन निर्मलकर, तोषन ध्रुव, पंकज यादव, जितेन्द्र यादव, ,नमन साहू, दमेश्वर साहू, कल्याण साहू, शोभा साहू, काशी निर्मलकर,भगवानी, भगवानों भगोली राम यादव, मन्नू कंसारी, पुरूषोत्तम कंसारी, यादराम, राधेश्याम, रामविशाल निर्मलकर,मोती साहू, रामप्रसाद नंदे, गणेश ध्रुव, जागेश्वर ध्रुव,केशव ध्रुव, कुमार साहू, बिज्जू साहू, तिलक राम, ईश्वर ध्रुव,अवध मरकाम,पवन मरकाम, विजय ठाकुर,भूवन ठाकुर, श्रवण ठाकुर, गणेश साहू, घनश्याम निषाद,थनेश्वर यादव, कु.त्रिवेणी ध्रुव,कु.लोमेश्वरी ध्रुव, कु.लिलेश्वरी ध्रुव, कु.गीता निर्मलकर, कु.अनामिका ध्रुव, कु. सरोज ठाकुर,कु. पल्लवी निर्मलकर,कु. मीठा साहू, मीठी ध्रुव का प्रमुख रूप से सहयोग रहा।