खबर हेमंत तिवारी
राजिम/छत्तीसगढ़ के प्रयागराज में स्थित भगवान कुंलेश्वर महादेव मंदिर में हुई चोरी की घटना से अंचल में रोष व्याप्त आरोपियों को जल्द पकड़ने की मांग उठने लगी है। एसे में पूरे राज्य में कहा जाय फिर जिले में मंदिर में तोड़फोड़ और मंदिर में दान पेटी में पैसे की चोरी की घटनाएं दिन में दिन बढ़ती जा रही है इसी के तहत बीती रात कुलेश्वरनाथ मंदिर राजिम के में भी में दान पेटी को चोरी कर पैसा निकाल कर नदी में फेंकने की घटना सामने आई है सुबह जब पुजारी मंदिर खोलना गया तब देखा कि मंदिर से दान पेटी गायब है तो वहीं कुछ दूरी पर नदी में दान पेटी पड़ा मिला है
जिसमें से पूरा पैसा निकाल कर दान पेटी को फेंक दिया था तो वही इस मामले में संबंधित धमतरी जिले के बड़ी करेली थाना में रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है जानकारी के मुताबिक डुप्लीकेट चाबी के सहारे मंदिर के ताला को खोला गया है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।बता दे यह वही प्रसिद्ध मंदिर है जिसे वनवास काल में भगवान श्री राम लक्ष्मण और माता सीता जब राजीम पहुंचे थे तो माता सीता द्वारा रेत से शिवलिंग निर्माण पर माता सीता पूजा की थी और यहां 15 दिनों का प्रसिद्ध मेला भी लगता है।और इसी कुलेश्वर महादेव तक पहुंच के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च का लक्ष्मण झूला भी बनाया है और सुरक्षा पर रखरखाव नहीं होने की वजह से इतनी बड़ी घटना का अंजाम दिया गया तो दूसरी तरफ गरियाबंद जिले में जतमई मंदिर में भी लगभग तीन से चार बार दान पेटी चोरी हो चुका है । और आज भी हमेशा की चोर पुलिस के गिरफ्त से बाहर है साथ ही राजीम अंचल के बोरसी गांव में भी मंदिर में तोड़फोड़ का मामला हाल ही में सामने आया था तो वही लगभग दो माह पहले दूतकैया गांव में शिवलिंग की तोड़फोड़ की घटना हुई थी इस प्रकार यह कहा जाए की सरकार धर्म की बात तो करती है पर धार्मिक स्थलों देवी देवताओं की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील नहीं है वही कुलेश्वर महादेव में हुई इस घटना को लेकर एक बार फिर श्रद्धालुओं में रोष है साथ भक्तो के आस्था और उनके विश्वास पर गहरा आघात लगा है भगवान के मंदिर सुरक्षित नहीं है तो ऐसे में आने वाले समय में लोग अपनी जानमालके सुरक्षा को लेकर चिंतित हो रहे हैं तो हमेशा की तरह पुलिस के हाथ भी खाली ही साबित हो रहे हैं।
बता दे कि आसपास में चोरी की घटनाएं बढ़ने का मुख्य कारण अंचल में चल रहे शराब, गांजा ,सट्टा अवैध कारोबार है क्योंकि राजीम सहित आसपास में गांव में जिस तरह से अवैध रूप से शराबी बेची जा रही है और सट्टा खेलाया जा रहा है इससे असामाजिक तत्व के लोगो की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं।युवा बेरोजगार चोरी कर अपने नशे के सामान खरीदने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं समय रहते इन अवैध शराब ,गांजा बिक्री और सट्टा पर रोक नहीं लगाया जाए तो अशांति की स्थिति दिन-दिन बढ़ती जाएगी गांव-गांव में जिस प्रकार से सट्टा खेलाय जा रहे हैं इससे युवा बेरोजगारो का भविष्य बिगड़ रहा हैं और घर-घर में कलह भी बढ़ रहा है।