- शिक्षा,शिक्षक एवं शिक्षार्थी हित में आदेश वापस लेने पर संवेदनशील मुख्यमंत्री के प्रति फेडरेशन ने जताया आभार
रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा,राजेश चटर्जी,ओंकार सिंह,जी आर चंद्रा,चंद्रशेखर तिवारी,मनीष मिश्रा,केदार जैन,राज नारायण द्विवेदी ने राज्य शासन द्वारा शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण करने के आदेश को रद्द किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह फेडरेशन और शिक्षकों के सभी संगठनों के एकता का परिणाम है। उन्होंने कहा फेडरेशन के दबाव में शासन को अपना आदेश रद्द करना पड़ा। उन्होंने इसका स्वागत करते हुए समस्त शिक्षक संगठनों को बधाई दी है। राज्य सरकार से कर्मचारियों के हितों से जुड़े मामलों को फेडरेशन पूरी सजगता के साथ उठाता रहा है। कर्मचारियों के हितो के आगे भी इसी तरह का संघर्ष जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की मांग को लेकर 16 सिंतबर को सामूहिक हड़ताल की घोषणा के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हुए। उन्होंने फेडरेशन के अव्हान पर चर्चा के लिए शिक्षक संगठनों को आमंत्रित किया। दो दौर के बैठक में उठाए गए मुद्दों पर शिक्षा सचिव भी कोई जवाब नहीं दे पाए। फेडरेशन की अगुवाई में रखी गई बातों के बाद शाासन के पास इसका कोई जवाब नहीं था।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने विसंगतिपूर्ण एवं अव्यवहारिक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का बहुत ही तर्कसंगत ढंग से शासन,प्रशासन के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए विरोध दर्ज किया था। जिसके चलते युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को शासन को वापस लेना पड़ा । छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा पूरे प्रदेश के शिक्षकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए एवम छात्र , शिक्षक ,समाज हित में युक्तियुक्तकरण पर तत्काल रोक लगाने पुरजोर ढंग से दबाव बनाया था। जिसके चलते शासन को युक्तियुक्तकरण पर रोक लगाना पड़ा। शासन द्वारा लिए गए निर्णय का छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया है ।साथ ही शिक्षा सचिव को धन्यवाद ज्ञापित किया है। फेडरेशन ने इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया है।