खबर हेमंत तिवारी
राजनीति का शिकार हो गया रवेली पुल
राजिम /विकासखंड फिंगेश्वर के ग्राम पंचायत रवेली के ऊपर बने छोटे पुल किसी खतरे से काम नहीं इस मार्ग से रोज हजारों लोगों का आना-जाना है खासकर इन दिनों जतमई व घटारानी धाम घूमने वाले सैलानियों का इसी रोड से भी आना जाना करते हैं ऐसे में इस मार्ग में इन दिनों छोटे फूल किसी खतरे से काम नहीं है।
क्योंकि इस पुलिया के ऊपर से बारिश का पानी बह रहा था इस वजह से जगह-जगह कंक्रीट और डामर टूट गया है। नतीजा पुलिया के ऊपर लगाए गए सरिया ऊपर निकल आया है। जिस पर कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है ।बता दे कि इस मार्ग पर बड़े पुल के निर्माण को लेकर आसपास के लोग लोगों को लगा था कि आने-जाने में और प्रतिवर्ष बरसात के बाढ़ की समस्या से निजात मिलेगी पर सर्वे यहां होने के बाद भी यहां पुल नहीं बना और एक गांव के लिए करोड़ों रुपए में पुल तैयार कर दिया है जिसका उपयोग औचित्य हीन साबित हो रहा है जबकि इस रवेली गांव के पास या पुल बनता तो रोज हजारों लोगों को इसका लाभ मिलता है
लोहरसिं और मुरमुरा गांव के बीच में सरगी नदी पर बना दिया गया पुल उपयोग हीन नजर आ रहा है। जानकार बताते हैं की रवेली में पुल बनाने के लिए सर्वे हुआ था।पर राजनीति का शिकार हो गया और दूसरी जगह कैसे बन गया इसको लेकर बहुत बड़ी राजनीति होने की बात कही जा रही है पिछली सरकार में यहां पुलिया बनने का लगभग सर्वे के काम चालू हो गया था । पुलिया नहीं बनने से राहगिरो को परेशानी तो हो रही है तो वहीं निकला हुआ छड़ किसी बड़ी दुर्घटना की ओर संकेत कर रहा है ।क्षेत्र के सुस्त जनप्रतिनिधियों के भरोसे बैठे लोगों को यह आशा है कि इस पर कब ध्यान देंगे ।पर एसे सुस्त जनप्रतिनिधियों पर आशा रखना आम लोगों के लिए बेमानी साबित हो रही है । देखना होगा कि मौजूदा सरकार और उसके नुमाइंदे क्या इस मार्ग पर बड़ी पुल बनाकर लोगों की समस्या से निजात दिला पाएगी।