एक पेड़ मां के नाम तथा 4 पेड़ बेटियों के नाम पर ग्रामीणों ने लगाया फलदार पौधेकलेक्टर एवं सीईओ को बच्चों ने तिलक लगाकर एवं पुष्पगुच्छ भेंटकर किया स्वागत15वें वित्त की राशि से सोख्ता गड्ढा बनाये- कलेक्टरकलेक्टर एवं सीईओ ने आंगनबाड़ी में बनाये गये पोषण आहार को चखकर की गुणवत्ता की जांच
गरियाबद। कलेक्टर दीपक अग्रवाल छुरा विकासखण्ड के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 4 गाड़ाघाट, आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 1 सांकरा एवं आंगनाबाड़ी केन्द्र क्रमांक 2 तौरेंगा का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ ने आंगनबाड़ी केन्द्र तौरेंगा में बच्चों के लिए बनाये गये चावल, दाल एवं सब्जी को प्लेट में निकाले एवं खाकर भोजन की गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने बच्चों के लिए बनाये गये दाल की गुणवत्ता में सुधार करने कहा। इन सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में कलेक्टर ने फलदार पौधे का रोपण किया।
उल्लेखनीय है कि जिले के 1494 आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक पेड़ मां के नाम एवं 4 पेड़ बेटियों के नाम पर ग्रामीणों ने लगाया। कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि लगाये गये फलदार पौधों का छोटे बच्चे की तरह देखभाल कर उन्हें बड़ा करें, यह पौधे बड़े होकर कुपोषण से लड़ने में सहायक फलों का उत्पादन करेंगे। जिससे बच्चे और महिलाओं के साथ पूरा परिवार लाभान्वित होगा।कलेक्टर एवं सीईओ को आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों ने तिलक लगाकर एवं पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों ने अपने नाम, कविता, कहानी सुनाये एवं बच्चों ने गीत गाकर डांस किया। जिस पर कलेक्टर ने सभी बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें चॉकलेट बांटी। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के साफ-सफाई एवं सामग्रियों को व्यवस्थित रख-रखाव के लिए कार्यकर्ता एवं सहायिका की तारीफ की। जिन आंगनबाड़ी में पानी निकासी के लिए सोख्ता गड्ढा नहीं है। ऐसे आंगनबाड़ी केन्द्रों में 15वें वित्त से सोख्ता गड्ढा बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्यकर्ता एवं सहायिका को बच्चों के नियमित रूप से उपस्थिति की जानकारी ली। इस दौरान बताया गया कि बच्चे नियमित रूप से आंगनबाड़ी केन्द्रों में आते है।यहां उन्होंने बच्चों की उपस्थिति, बच्चों को मिलने वाला नास्ता, मध्यान्ह भोजन, बच्चों का वजन, ऊंचाई, कुपोषित बच्चों की स्थिति की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने गर्भवती महिला एवं शिशुवती को प्रदाय किए जाने वाले रेडी टू ईट और भोजन के गुणवत्ता के बारें में मितानिन, गर्भवती माताओं, आंगनबाड़ी कार्यकताओं और सहायिकाओं से चर्चा की। कलेक्टर ने बच्चों का वजन और ऊंचाई उनके कुपोषण की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों के पोषण स्तर की नियमित निगरानी करने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी बच्चे का वजन अचानक कम होता है तो उस पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों के सभी बच्चों की पोषण स्थिति का अवलोकन करने निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से बच्चों की स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों में समय-समय पर पालको का काउंसलिंग करें और घर में भी बच्चों के पोषण का विशेष ध्यान देने कहा। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों को जल शक्ति से नारी शक्ति अभियान के तहत पानी बचाने और उसके संचयन का विवेकपूर्ण उपयोग करने तथा जल संरक्षण को बढ़ावा देने में पूरा सहयोग करने के लिए जल संरक्षण शपथ दिलाई। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय, सीडीपीओ चन्दू साहू सहित पर्यवेक्षक, कार्यकर्ता एवं सहायिका उपस्थित थे।