पाटन। क्षेत्र में नियमों को ताक में रखकर घनी आबादी के करीब संचालित पत्थर खदान से अब स्थानीय लोगों की जान जोखिम में है। मंगलवार को मुड़पार में एक खदान में पत्थर तोड़ने के लिए किये गए ब्लास्टिंग के बाद पत्थर पास के ही एक घर में गिरा। ब्लास्टिंग से निकले पत्थर उड़कर छत में लगे सीट को तोड़कर घर के रसोई के पास गिरा। पीड़ित टीका राम यादव एवं ग्रामीणों ने उतई थाना जाकर में मामले की शिकायत दर्ज कराया है। मंगलवार को दोपहर 2 बजे के टीकाराम यादव के घर अचानक खदान में ब्लास्ट से उड़कर पत्थर गिरा। जिस समय पत्थर गिरा उस समय खाना खाने की तैयारी में पीढ़ा लगा के रखे थे। गनीमत ये रहा की किसी को चोट नहीं पहुंचा लेकिन इस घटना से घर सभी लोग सहम गए।
धड़ाम की आवाज से सहम गए ग्रामीण…..
ब्लास्टिंग से उड़कर पत्थर जब टीकाराम यादव के घर की छत में लगे सीट पर गिरी तो जोरदार आवाज आई जिससे आसपास के घरों के लोग एवं राहगीर सहम से गए। आवाज इतनी तेज थी की लोग अपने घरों के बाहर निकल कर देखने लग गए कि किसके घर ब्लास्ट हुआ है।
रोज होती है हैवी ब्लास्टिंग दहल जाता है क्षेत्र
सेलूद, पतोरा,चुनकट्टा, मुड़पार,गोड़पेंड्री, छाटा,अचानकपुर,ढौर,धौराभाठा,परसाही एवं ग्राम छाटा, गुडियारी में रोज ब्लास्टिंग होती है। इससे ग्रामीण काफी परेशान रहते हैं। इससे पहले भी मुड़पार, ढौर चौक, गोंडपेंड्री में कई बार खदानों से पत्थर उड़कर घरों तक पहुंच चुका है। गोंडपेंड्री में पत्थर गिरने से खाना खा रही एक बच्ची घायल भी हुई थी। कई बार बड़ी घटना होने के बाद भी खदान मालिक खतरनाक ब्लास्टिंग कर रहे है। जिस समय ब्लास्टिंग होता है पूरा क्षेत्र दहल जाता है। इसके खिलाफ ग्रामीण कई बार आवाज उठा भी चुके है लेकिन इन ग्रामीणों की आवाज को बुलंद करने किसी भी जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया है। मुड़पार के ग्रामीणों ने बताया कि जिस समय खादानो में ब्लास्टिंग किया जाता है उस समय पूरा घर हिल जाता है। घर की दीवारों में दरार आ गई है। कई बार शिकायत की गई है लेकिन रसूखदार खदान मालिको पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है।