खबर हेमंत तिवारी
राजिम/ जिले में रेत चोरी की घटना भले कुछ कम हुआ है पर पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है।और जिला प्रशासन के नाक के नीचे से पिछले लगातार 2 माह से रेत चोरी चुपके से कहे या साठगाठ से चल रहा था।साथ ही ये रेत चोर लगातार सक्रिय हैं और रेत चोरी के तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।जिस वजह से यहा रेत चोरी रुकने का नाम नहीं ले रहा है ।जिले के खनिज विभाग और राजस्व विभाग की आपसी सहमति और देखरेख में यह लचकेरा घाट चल रहा है
।तथा अवैध रेट घट बंद होने का नाम नहीं ले रहा है यही वजह है कि जिले में अब तक रेत चोरों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई । जबकि कुछ रोज पहले ग्राम पंचायत के महिला सरपंच को बरखास्त कर,और नदी में 25 फीट दीवाल बनाकर खूब वाहवाही बटोरी थी। पर खनिज और राजस्व विभाग ने यह तमगा तो हासिल तो कर लिया है ।पर जनाब जिले में एक भी अवैध खनन में रेत चोरों के ऊपर अब तक एक भी कार्यवाही क्यों नहीं ,और कार्यवाही की उम्मीद करना भी बेईमानी होगी।पर जिस हिसाब से चोरी चोरी चुपके चुपके दिन रात में चोरी हो ही रही है इस पर जरा भी कार्रवाई नहीं करने की नीयत से खनिज विभाग और राजस्व विभाग ध्यान नहीं दे रहा है बता दे लचकेरा घाट में भरी दोपहरी जब मीडिया की टीम पहुंची तो तपती धूप में नदी के बीचों बीच लगभग 12 की संख्या में हाईवा गाड़ी खड़ी थी।और एक चैन माउंटेन रेत लोड कर रहा था जब मीडिया की टीम नदी के किनारे से फोटो लेने लगा तो चैन माउंटेन को तुरंत वहां से भगा दिया गया देखते ही देखते सभी हाईवा गाड़ियां कतार में भागने लगे और चैन माउंटेन को महासमुंद जिले के ओर तेजी से भगाकर झाड़ियों में छिपा दिए। ज्ञात हो कि बड़ी मात्रा में महासमुंद जिले के रास्ते से यह रेत चोरी चल रहा है।जो गरियाबंद जिले के अंतिम छोर के जामगांव से होते हैं मुख्य मार्ग से रायपुर भिलाई दुर्ग महासमुंद में खपा रहे है। सबसे बड़ी बात यह है कि जिस तरह से हाईवे गाड़ियां चल रही है
उसे लचकेरा ,कुसुम खुटा व मुख्य मार्ग का रास्ता पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया जगह-जगह बड़ी-बड़ी गड्डे हो गया है ।कुछ साल पहले बना यह सड़क निर्माण हुआ था। पर इसमें ओवरलोड अवैध रूप से रेत गाड़ियां चलने की वजह से या सडके दर्जनों जगह टूटा हुआ है।अब इस सड़क को तोडने की जिम्मेदार कौन आखिर अवैध रूप से चल रहा है ऐसे रेत घाटों की वजह से सड़के खराब हो रही आम जन जीवन आम नागरिक परेशान हो रहे हैं अवैध खनन रेत चोर मालामाल हो रहा है ।और सड़कों का हाल पूरी तरीका से टूट कर बेहाल हो रहा है मौके पर पहुंची मीडिया की टीम में जाकर आसपास के ग्रामीणों से पूछा तो उन्होंने बताया कि ग्राम की सहमति से कोई बाहरी व्यक्ति इस घाट को चला रहा है।