- पर्यावरण संरक्षण समिति नई पहल की टीम ने शिवमहापुराण कथा में प्लास्टिक का उपयोग नही करने किया निवेदन
पाटन। पर्यावरण संरक्षण समिति नई पहल स्टील बर्तन बैंक जो प्लास्टिक मुक्त भारत का सपना संजोकर प्लास्टिक मुक्त भोजनालय के साथ साथ भोजन की पुरानी पद्धति एवं भोजन के महत्व को समझाते हुए धरती माता को प्लास्टिक प्रदूषण से बचाने के लिए एक टीम बनाकर काम कर रही है और अब तक एक वृहद कचरा से निजात पाया जा चुका है अब अमलेश्वर की बारी है।
अमलेश्वर और आसपास के सभी समाजसेवियों से नई पहल की संयोजिका श्रद्धा साहू एवं उनकी टीम का विशेष अनुरोध है कि यदि आपको शरबत या लिक्विड में जो भी पदार्थ पेयजल के रूप में बांटना हो तो डिस्पोजल और पानी पाउच का उपयोग न करें, सुंदर स्टील के गिलास में ही पिलाये और पानी का टैंकर खड़ा कर दे जगह-जगह पर जिसमें पतला पतला नल लगा हो।
आप मनुष्यों की प्यास तो बुझा देंगे लेकिन उसे डिस्पोजल और पानी पाउच से जो धरती माता को नुकसान होगा तो वह मानव के लिए ना पानी का सृजन कर सकेगी, ना अनाज, ना ऑक्सीजन तो इसीलिए जड़ पर कम करें।