पाटन,,, पारस होम मगरघटा अमलेश्वर में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के भिलाई ईकाई द्वारा 17मार्च2024को गुंजन शर्मा की पेंटिंग प्रदर्शनी लगाई गई तथा उन्हें संस्था की ओर से कला साधक सम्मान से सम्मानित किया गया। गुंजन शर्मा ने अपनी पेंटिंग के बारे में बताया कि किस प्रकार से किन किन साम्रगी का प्रयोग कर बनाई गई है। उनकी चित्रकला पर उपस्थित लोगों ने अपनी जिज्ञासा में कुछ प्रश्न किए जिसका बखूबी गुंजन शर्मा ने जवाब दिया।संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ से प्रथम बोर्ड सदस्य डॉ अंकुश देवांगन ने बताया कि दुर्ग सांसद महोदय के प्रयासों से शीघ्र ही भिलाई में इसका आठवां केन्द्र प्रारंभ होगा। जहां विभिन्न विधाओं के स्थानीय कलाकारों को अपनी कला निखारने का प्लेटफार्म मिलेगा।
राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित परसराम साहू गुरुजी ने बताया कि ललित कला अकादमी भिलाई के सदस्यों को सर्वप्रथम जैन तीर्थ स्थल कैवल्य धाम कुम्हारी का भ्रमण कराया गया उसके पश्चात टाक शो आयोजित किया गया जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक बजाज पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रायपुर, विशिष्ट अतिथि श्याम वर्मा वरिष्ठ प्रसारक आकाशवाणी रायपुर,हरी सेन वरिष्ठ चित्रकार रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ सोनाली चक्रवर्ती, स्वयंसिद्धा फाउंडेशन द्वारा किया गया।मुख्य अतिथि ने उदबोधन में कला एवं संस्कृति को रेखांकित करते हुए कहा कि यह आयोजन कला और कलाकारों की अपनी करिश्माई कलात्मकता से अर्जित उपलब्धि है।जो आप सभी को नई उर्जा देगा ऐसा विश्वास है।जीवन के प्रत्येक क्षणों को कैनवास में जीवन्त उकेर कर एक नए आयाम की अनुभूति प्रदान करेगा।उन्होंने रेडियो के संबंध में कहा कि आज टीवी, इंटरनेट, मोबाइल का युग है ऐसे समय में रेडियो की लोकप्रियता बरकरार है।मन की बात जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने रेडियो को माध्यम बनाकर लोकप्रियता दिलाई।परसराम साहू ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी सहभागिता प्रदान करने वाले सभी लोगों एवं अतिथियों को धन्यवाद देते हुए आभार प्रदर्शन किया।टाक शो मदन शर्मा जी, विजय शर्मा, रोहणी पाटणकर, प्रवीण कालमेघ, लल्लेश्वरी साहू, संगीता चंद्राकर, अभिषेक सपन,धीरज,यश दलवी, रविलाल सूर्यवंशी,केशव साहू, अवधेश शुक्ला, मुकुंद राठौड़, रजनी कान्त अग्रवाल, मुकेश शर्मा,भूपेश विश्वकर्मा, प्रशांत, श्रीमती प्रतिभा साहू, जयंत वर्मा,कोमल ठाकुर, चंद्र मोहन यादव आदि उपस्थित थे।