बेमेतरा. जिले में विगत 10 दिवस से मानसूनी बारिश होने के कारण खेतो में पर्याप्त नमी आ गई है जिससे जिले के कृषक धान एवं अन्य खरीफ फसलो की तैयारी में जुट गये है। अनुकुल मौसम स्थिति को देखते हुए कृषि विभाग भी मैदानी अमलो के माध्यम से कृषको को उन्नत खेती की तकनिकी की जानकारी दे रहे है। एवं कृषको को दलहनी एवं तिलहनी फसलो की खेती को प्रोत्साहित करने के साथ साथ उन्हे खेत की मेडो पर अरहर एवं तिल लगाने हेतु जोर दिया जा रहा है ताकि कृषको की आय में वृद्धि हो।
जिले के उप संचालक कृषि श्री एमडी मानकर ने बताया कि जिले में अब तक कुल 1 लाख 39 हजार 889 हेक्ट. में धान, 12 हजार 870 हेक्ट. में सोयाबीन, 494 हेक्ट. में अरहर, 85 हेक्ट. में मक्का, 43 हेक्ट. में उड़द, 19 हेक्ट. में मंुग, 61 हेक्ट में मुंगफली, 239 हेक्ट में कपास, 2 हजार 313 हेक्ट में गन्ना एवं 3 हजार 827 हेक्ट. में अन्य फसलो की बोआई पूर्ण हो चुकी है जिससे कुल लक्ष्य का 72 प्रतिशत क्षेत्र में फसल क्षेत्राच्छादित हो गया है।
उसी प्रकार खरीफ 2020 में फसलो के अधिक उत्पादन हेतु कृषको की मांग अनुसार विभिन्न उर्वरको के रूप में कुल 52 हजार 934 मे. टन उर्वरको का सहकारी समितियों एवं निजी संस्थानो में भण्डारण हो चुका है जिसमें से वर्तमान में 17 हजार 739 में.टन युरिया, 16016 मे.टन डीएपी, 3814 में.टन एमओपी, 4384 मे.टन. एसएसपी एवं 583 में.टन एनपीके सहित कुल 42 हजार 576 में. टन उर्वरको का वितरण कृषको को हो चुका है।
शासन की विभिन्न योजनांतर्गत दलहनी एवं तिलहनी फसलो को बढ़ावा देने हेतु कृषको के खेतो में प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है जिसके लिए अब तक जिले में 610.20 क्वि. धान, 190.20 क्वि. अरहर, 30 क्वि. उड़द एवं हरी खाद के रूप मंे 350 क्वि. बीजो के वितरण कर नये कृषि तकनीको का प्रर्दशन आयोजित किया जा रहा है।