अज्ञानता का होगा नाश जीवन में होगा उल्लास
उल्लास “नवभारत साक्षरता कार्यक्रम” हेतु विकासखंड पाटन जिला दुर्ग में संकुल समन्वयक एवं संकुल प्रभारियों की बैठक संपन्न हुई । जिसमें विकासखंड पाटन के 7000 असाक्षरो को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है तथा पूरे भारतवर्ष को 2027 तक पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
जिला साक्षरता नोडल दुर्ग डॉ. पुष्पा पुरुषोत्तम ने बताया कि असाक्षरों के चिन्हाकन हेतु भारत सरकार द्वारा तैयार मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन और ऑफलाइन का कार्य किया जाना है इस हेतु प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में जन सामाजिक चेतना केंद्र की स्थापना की जानी है ब्लॉक में सभी असाक्षरों और विटिस का चिन्हांकन करके अति शीघ्र कार्य प्रारंभ किया जाना है तथा दिनांक 17 मार्च 2024 को अधिक से अधिक संख्या में असाक्षरों को परीक्षा में सम्मिलित होने हेतु प्रेरित किया जाना है।
प्रोग्रामर भूमिका साहू के द्वारा उल्लास पोर्टल पर सीएससी एवं संकुल प्रभारी के पंजीयन के पश्चात पंजीकृत स्वयंसेवी शिक्षक एवं असाक्षरों का पहचान करके उल्लास ऐप पर पंजीयन की जानकारी दी गई l
जिला साक्षरता स्त्रोत व्यक्ति कमलकांत देवांगन के द्वारा बताया गया कि जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण का आयोजन किया जायेगा जिसमें प्रत्येक ब्लॉक से चार चार सदस्यों को प्रशिक्षित किया जाना है जो अपने विकासखंड के समस्त स्वयं सेवी शिक्षकों को साक्षरता कक्षाओं के संचालन हेतु प्रशिक्षित कर सके।
राज्य साक्षरता से श्री मोहित शर्मा सर जी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पांच बुनियादी बुनियादी चरणों को सिखाया जाना है के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई तथा विकासखंड स्तरीय शाला प्रबंधन समिति प्रशिक्षण में आए हुए अध्यक्षों को स्प्रेरक एवं आवश्यक सहयोग की अपेक्षा की गई ।
उक्त कार्यक्रम में टी आर जगदल्ले बीईओ, खिलावन चोपड़िया बीआरसी,श्रीमती आकांक्षा अग्रवाल एबीओ, पी एल ए कार्यक्रम जैनेंद्र गंजीर, पाटन वि.खंड के समस्त संकुल प्रभारी एवं संकुल समन्वयक उपस्थित हुए।