अंडा, शास.उच्च.माध्यमिक शाला अंजोरा (ख) दुर्ग के व्याख्याता जीवविज्ञान के पद पर पदस्थ डाॅ.शिवनारायण देवांगन “आस” को एकता फाउंडेशन संगठन नागपुर महाराष्ट्र ने उत्कृष्ट कार्य एवं विशेष योगदान के लिये राजमाता जिजाऊ राष्ट्रीय गौरव सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। शिवनारायण उच्च योग्यता (एम.एस.सी.(वनसपति विज्ञान), बी.एड., आयुर्वेद रत्न, पत्रकारिता, विद्या-वाचस्पति, मानद पी.एच.डी., साहित्य-रत्न, आचार्य आदि) हासिल कर बहुआयामी कार्य को आज अंजाम दे रहा है चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो, साहित्य, कला, सांस्कृतिक, खेल समाज सेवा या अन्य क्षेत्र सभी में पारंगत हैं । वर्तमान में शिक्षक व छात्र के सर्वागीण विकास के लिए कार्य करने की बहुआयामी संस्था शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ जिसका संस्थापक व संयोजक के रूप में 20 जिला का विस्तार कर चुका है कोरोना काल में जुलाई 2020 से अब तक तीन सौ से ज्यादा कार्यक्रम अनलाइन करा मिसाल बना चुका है । दुर्ग जिला दिव्यांग संघ के संरक्षक के रूप में दिव्यांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं वही समय समय पर कार्यक्रम आयोजित कर मार्गदर्शन रहे हैं । आस साहित्य क्षेत्र में अपने संपादन व संकलन में अब तक 16 राष्ट्रीय साहित्य संकलन, 4 सामाजिक पत्रिका, 6 कवियों का काव्य संग्रह, एक नाटक संग्रह, नारी विशेषांक अबला नहीं नारी, पाहंदा की इतिहास “प्रेरणा” व स्वयं की कृति “वक्त ये कहता है”, शिकसा के पत्रिका शिकसा दर्शन, शिकसा के गौरव व चिन्हारी व शिकसा डायरी अब तक प्रकाशित हो चुका है । विभिन्न संस्था आस के कार्य व योगदान को देखते हुए स्वयं आगे आकर सम्मान करते है कई सम्मान अब तक प्राप्त हो चुका है। वहीं समाज सेवा के क्षेत्र में अब तक सैकड़ों कार्यक्रम का सफल आयोजन कर चुके हैं। वर्तमान मे संस्थापक व संयोजक -शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़, संयोजक- बहुआयामी संस्था प्रेरणा, संरक्षक-दुर्ग जिला दिव्यांग संघ, प्रातांध्यक्ष-छ.ग. शिक्षक साहित्यकार मंच, महासचिव -दुर्ग जिला शिक्षक महासंघ, संस्थापक -शिखर साहित्य समिति, महासचिव- छ.ग. शिक्षक कल्याण मंच व संपादक- महिमा प्रकाशन दुर्ग सहित बहुत से संस्था के पदाधिकारी व सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं ।