दुर्ग,,, पांच सौ साल बाद हिंदुओं के आराध्य प्रभु श्री राम अपनी जन्म स्थलि अयोध्या में पुनः विराजित होने जा रहे हैं। भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 22 जनवरी सोमवार को श्री राम की नगरी अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव निर्धारित है जिस हेतु व्यापक तैयारियां देश भर में चल रही है ।इस महोत्सव को लेकर पूरा छत्तीसगढ़ प्रदेश भी अति उत्साहित है ।खासकर हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति के मानने वाले इस दिवस की तैयारियां दिवाली की तरह कर रहे है ।इस दिवस प्रदेश भर के शासकीय दफ्तरों व शासकीय तथा निजी सभी शिक्षण संस्थाओं में शासकीय अवकाश घोषित किए जाने की मांग राष्ट्रीय हिंदू संगठन ने की है । राष्ट्रीय हिंदू संगठन की एक ही मंशा है की प्रत्येक हिन्दू और राम भक्त इस महोत्सव का खुलकर आनंद ले,इस ऐतिहासिक पल के प्रत्यक्ष गवाह बने और अपने प्रभु श्री राम की प्रतिमा को उनकी मूल नगरी अयोध्या में प्रतिष्ठित होने की खुशिया अपने परिवार के साथ रहकर मना सके, क्योंकि यह अवसर दुबारा नही आयेगा और वो सारे हिन्दू इस वक्त के साक्षी बनने जा रहे है की उनकी उपस्थिति में यह धर्ममयी आयोजन हो रहा है। इस हेतु देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय के नाम राष्ट्रीय हिंदु संगठन ने जिलाधीश दुर्ग को ज्ञापन सौंपा है तथा प्रार्थना की है की 22 जनवरी सोमवार को शासकीय अवकाश घोषित कर सभी को खुशियां मनाने का अवसर केंद्र तथा प्रदेश सरकार प्रदान करे।राष्ट्रीय हिंदू संगठन दुर्ग जिला ने जिलाधीश दुर्ग के टीएल बैठक में व्यस्त होने के कारण अधिक्षक दुर्ग नंदकिशोर नेताम को ज्ञापन सौंपा, ज्ञापन सौंपने वालों में राष्ट्रीय हिंदू संगठन के प्रदेश सह प्रभारी सतीश पारख, जिला अध्यक्ष शशि शेखर सिंह,रवि कुमार विद्यार्थी – दुर्ग जिला प्रभारी, अभय नेवलकर- जिला सचिव , सैलेंद्र सन्नी – जिला उपाध्यक्ष राम प्रकाश तिवारी- जिला महामंत्री सहित दिनेश चंद्राकर ,रानू धनकर उपस्थित थे।