महापुरूषों की बहुमूल्य धरोहर संविधान से राष्ट्र की एकता और अखंडता संभव हुआ है

  • संविधान का सम्मान करना ही असली देशभक्ति हैं
  • संविधान में निहित हैं देश के समस्त नागरिकों का हक- अधिकार और मान -सम्मान
  • तहसील स्तरीय संविधान दिवस का आयोजन 26 नवम्बर को पाटन तहसील के गोंडपेंण्ड्री गांव में समारोह पूर्वक आयोजित किया गया

पाटन। सतनामी आसरा एवं सतनामी समाज गोंडपेंण्ड्री के संयुक्त तत्वावधान में 26 नवम्बर को शाम 5 बजे से विश्व के सबसे श्रेष्ठ और सबसे बड़े संविधान के अंगीकृत अधिनियमित और आत्मार्पित दिवस 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में समारोह पूर्वक पाटन तहसील के गोंडपेंण्ड्री गांव में आयोजित किया गया।


इस दौरान उपस्थित अतिथियों ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के 2 वर्ष 11 माह 18 दिनों के कठिन परिश्रम से तैयार भारत गणराज्य के संविधान हमारे महापुरुषों की बहुमूल्य धरोहर है जिससे राष्ट्र की एकता और अखंडता संभव हुआ है। संविधान का सम्मान करना ही असली देशभक्ति हैं। संविधान देश के समस्त नागरिकों को कर्तव्य के साथ हक-अधिकार और मान -सम्मान का अवसर प्रदान करता हैं जिसे सुनिश्चित करना सरकार और शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी है। तथा संविधान श्रेष्ठ तब सिद्ध होगा जब उसे लागू करने वाले सही लोग होंगे।एक आदर्श नागरिक बनने के लिए सभी को संविधान की जानकारी हो तथा इसके लिए सभी के घरों में संविधान अवश्य होनी चाहिए। जिनके पास संविधान हैं व उसकी जानकारी है वे संविधान का लाभ लेकर सम्मान के हकदार बनें हैं।
इस दौरान संविधान के व्यापक प्रचार-प्रसार व राष्ट्र – लोगों के हितार्थ, जिम्मेदारी स्वरूप उपस्थित अतिथियों को सम्मान स्वरूप संविधान पुस्तिका भेंट किया गया।
इससे पहले भी विभिन्न आयोजनों के माध्यम से विगत 5 वर्षों में सतनामी आसरा ने पाटन तहसील क्षेत्र के लगभग सभी गांवों में 600 से अधिक संविधान पुस्तिका का वितरण कर चुके हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ जयस्तंभ पर दीपप्रज्वलीत कर संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर व संविधान पुस्तिका पर माल्यार्पण पश्चात पीएचडी स्कालर शुभम बंजारे द्वारा संविधान का प्रस्तावना वाचन से कराया गया।
इस दौरान चुलबुली डांस ग्रुप कौही द्वारा बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर, संविधान व हमारे सांस्कृतिक विविधताओं से संबंधित मनोहारी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सतनामी आसरा के संयोजक राजेन्द्र मारकण्डे (शिक्षादूत) ने किया।
स्वागत भाषण इंजिनियर कौशल रात्रे समाजसेवी व सदस्य सतनामी आसरा तथा धन्यवाद ज्ञापन चन्द्रशेखर जोशी अध्यक्ष सतनामी समाज गोंडपेंण्ड्री ने किया।
संविधान दिवस समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमती दिनेश चतुर्वेदी दानवीर भामाशाह सम्मानित, अध्यक्षता संतराम कुर्रे अध्यक्ष तहसील सतनामी समाज पाटन, विशिष्ट अतिथि अमोलदास टंडन देवादास सम्मानित,भावसिंह डाहरे जिलाध्यक्ष जिला सतनामी समाज धमतरी, एस आर बांधे सेवानिवृत्त अपर कलेक्टर, श्रीमती ओम टंडन समाजसेवी, श्रीमती त्रिवेणी बंजारे जनपद सदस्य, शीतल कोठारी समाजसेवी, कौशल रात्रे समाजसेवी,शुभम बंजारे पीएचडी स्कालर, आदित्य टंडन योग एवं आयुर्वेदाचार्य, बालाराम कोसरे पूर्व जनपद सदस्य, चन्द्रशेखर जोशी संयोजक संस्कृति प्रकोष्ठ, भारती जांगड़े सरपंच रूही,चैन सिंह साहू,विशेष अतिथि राजेन्द्र मारकण्डे, स्वाति मारकण्डे, सुरेन्द्र गायकवाड, श्रीमती पुष्पांजलि गायकवाड, ऋतु जोशी, राजेन्द्र देशलहरे,मूशन धृतलहरे, टुम्मन जोशी,कुणाल मारकण्डे, वेदप्रकाश ठाकुर, रमेश कुर्रे,नारद जोशी,भीखम देशलहरे भंडारी व देवेन्द्र बंजारे, सुखैन जागड़े, कृष्ण कुमार जोशी,बंटी बिफोर,अल्का जोशी, खुश्बू कोसरे सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

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