बटरेल,*राष्ट्रीय पाठ्यचर्या व राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप बच्चों को विभिन्न विभागों की कार्य प्रणाली व उसके महत्व से परिचित कराने की दृष्टि से शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बटरेल जामगांव में “विश्व डाक दिवस” के अवसर पर पोस्टल सामग्रियों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रधान पाठक राम कुमार वर्मा के संयोजन में शाला की शिक्षिका मालती तिवारी, शारदा शर्मा, भारतीय ठाकुर, शिक्षक हेम लाल साहू के सहयोग से बच्चों के मध्य आजादी के अमृत महोत्सव पर जारी पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय, मनी ऑर्डर पत्र, लिफाफा सहित सूचना व संचार की प्रारंभिक अवस्थाओं की जानकारी दी गई। प्रारंभ में संयोजक प्रधान पाठक राम कुमार वर्मा द्वारा डाक विभाग के महत्व तथा पौराणिक काल से लेकर वर्तमान तक लोगों तक सूचना पहुंचाने के विभिन्न चरणों को रोचक ढंग से हरकारों के पैरों में घुंघरू बांध कर,कबूतर,बाज,कौआ,तोता जैसी संदशिया पक्षियों, राजाओं कू दूतों की जानकारी प्रस्तुत की गयी । शिक्षक हेमराज साहू द्वारा डाक सामग्रियों का बच्चों के बीच प्रदर्शन कर आज भी इसकी उपयोगिता बनाए रखने व बढ़ाने में शिक्षकों और विद्यार्थियों की भूमिका को स्पष्ट किया । श्रीमती मालती तिवारी ने सभी बच्चों को आजादी के “अमृत महोत्सव” पर प्रकाशित पोस्टकार्ड खरीद कर अपने मामा को पत्र लिखकर त्रैमासिक परीक्षा की जानकारी देने तथा पत्र लेखन का प्रायोगिक अभ्यास करने की प्रेरणा दी । इसमें शाला की अन्य शिक्षिकाएं लगातार सहयोग कर बच्चों को प्रेरित कर रही हैं। साथ में स्थानीय पोस्ट ऑफिस की कार्य प्रणाली से बच्चों को अवगत कराया गया। संस्था प्रमुख द्वारा बच्चों के मध्य यह भी बताया गया कि दुर्ग जिले में महात्मा गांधी जी का 1935 में लिखा हुआ पत्र उनके परम मित्र व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय उदय राम ताम्रकर बोड़ेगांव के परिजनों के पास सुरक्षित है, जो जिले का उन्मूल्य धरोहर और दुर्लभ पोस्टकार्ड है । इसके साथ ही प्रधान पाठक द्वारा संकलित दुर्लभ-पत्रों का प्रदर्शन बच्चों के मध्य किया गया। इस नवाचारी प्रयास के लिए प्राचार्य टी.के. पिपरिया सहित जागृति उ.मा. वि.बटरेल के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रसन्नता व्यक्त की।