- छत्तीसगढ़ में महिला स्वावलंबन का ऐतिहासिक दिन: राज्य सरकार द्वारा महिला समूहों और महिलाओं की आत्मनिर्भरता के लिए एक दिन में सर्वाधिक ऋण राशि का अंतरण
- ऋण योजना से 1010 महिला समूहों को और सक्षम योजना सेे
- 285 महिलाओं को 12.01 करोड़ रूपए का ऋण
भिलाई. भिलाई नगर में 21 सितंबर को आयोजित राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन, छत्तीसगढ़ की महिलाओं और महिला समूहों के स्वावलंबन का ऐतिहासिक दिन बनने जा रहा है। इस अवसर पर 1010 महिला समूहों को महिला कोष की ऋण योजना से और 285 महिलाओं को सक्षम योजना से 12 करोड़ 01 लाख रूपए का ऋण आरटीजीएस के माध्यम से सीधे खाते में अंतरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कार्यक्रम में महिला समूहों और महिलाओं को चेक वितरण के पश्चात सभी जिलों में राशि अंतरण किया जाएगा।
महिला समूहों और महिलाओं को एक दिन में सर्वाधिक राशि का अंतरण
गौरतलब है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए 2003 में महिला कोष का गठन किया गया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर राज्य बनने के बाद महिला कोष के माध्यम से एक ही दिन में जारी यह सबसे बड़ी ऋण राशि है, जो कि जारी पिछली वार्षिक राशियों से भी अधिक है। अंतरित की जाने वाली राशि में प्रमुख रूप से दुर्ग जिले में 2.91 करोड़, रायपुर जिले में 1.54 करोड़ व महासमुंद जिले में 95 लाख से अधिक की राशि तथा इसी प्रकार अन्य जिलों के हितग्राहियों को राशि दी जाएगी। इस राशि का उपयोग कर महिला समूह और हितग्राही किराना दुकान, फल, सब्जी, खेती-किसानी, ब्यूटीशियन,चना-मुर्रा उत्पादन, होटल व्यवसाय, बड़ी-पापड़ निर्माण, अगरबत्ती निर्माण, मशरूम उत्पादन जैसे कई काम शुरू कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिलाओं की आत्मनिर्भरता के लिए बढ़ाया 10 गुना बजट – महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया के अनुरोध पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं के आर्थिक विकास को प्राथमिकता में रखते हुए महिला कोष का बजट इस वित्तीय वर्ष में बढ़ाकर 25 करोड़ रूपए कर दिया है। साथ ही नवीन कौशल्या समृद्धि योजना के लिए भी 25 करोड़ का आबंटन दिया गया है। महिलाओं की समृद्धि के लिए छत्तीसगढ़ गठन के पश्चात पहली बार एक वित्तीय वर्ष में बजट 10 गुना बढ़ाकर 50 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
ऋण मात्र 3 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर पर – कोष द्वारा ऋण योजना व सक्षम योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए मात्र 3 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से ऋण उपलब्ध कराया जाता है। महिलायें यदि स्थानीय साहूकार से ऋण लेती है तो उन्हें 60 से 120 प्रतिशत तक वार्षिक ब्याज देना पड़ता है जिसके कारण वे आर्थिक दुष्चक्र से बाहर नहीं निकल पाती है। इसलिये राज्य सरकार सक्षम योजना में मात्र 3 प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध करा रही है।
समूहों को अब 6 लाख रूपए तक ऋण – 2019 के पूर्व समूहों को अधिकतम 2 लाख रूपए का ऋण दिया जाता था जिसकी सीमा बढ़ाकर अब 6 लाख रूपए तक कर दी गई है। दुर्ग के राधाकृष्ण महिला स्वसहायता समूह को पहला 6 लाख रूपए का ऋण स्वीकृत किया जा रहा है। इसी प्रकार सक्षम योजना में व्यक्तिगत महिला को अधिकतम 1 लाख रूपए का ऋण दिया जाता था, जिसकी सीमा बढ़ाकर अब 2 लाख रूपए तक कर दी गई है।
विगत 05 वर्षो में महिलाओं को छत्तीसगढ़ महिला कोष के माध्यम से 39 करोड़ रूपए से अधिक का ऋण वितरण किया गया। इसमें से 29 करोड़ से अधिक ऋण ब्याज सहित वापस कर दिया गया है, जो छत्तीसगढ़ की समृद्ध होती महिलाओं को दर्शाता है। महिला कोष से माध्यम से अब तक 100 करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया गया है। महिला समूहों द्वारा ऋणों की वापसी भी 85 प्रतिशत से अधिक है।