- पूर्व सरपंच सचिव का किया धरा भुगत रहे हैं राशन कार्ड धारी
खबर हेमंत तिवारी
छुरा/ एक बार फिर खाद्य विभाग का असली चेहरा फिर देखने को मिल रहा है।सरकार गरीबों को मुफ्त राशन देने का लाख दावा करती है।पर इसका असलियत उजागर हो ही जाती है।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का राशन हो या फिर मृतकों के नाम से राशन सामग्री हड़पने का ये दोनो मामले छुरा विकाखंड में खुब फला _फूला और इसमें जमकर धांधली हुई पर कार्यवाही कुछ भी नही ।तो वहीं दूसरी तरफ आदिवासी अंचल के गरीब परिवार राशन दुकान के चक्कर लगाने मजबूर हैं मामला विकास खंड छुरा के ग्राम पंचायत भरूवामुड़ा के शासकीय उचित मूल्य की दुकान का है। जो इस महीने आज 14 सितम्बर तक नहीं खुल पाया है और न ही राशनकार्ड हितग्राहियों को राशन मिल पाया है जिसके चलते हितग्राही दुकानों से अधिक मूल्य पर राशन खरीद कर गुजारा करने मजबूर हैं।
बतादें कि ग्राम पंचायत भरूवामुड़ा के शासकीय उचित मूल्य की दुकान का संचालन ग्राम पंचायत के द्वारा संचालित किया जाता है लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच और सेल्समेन का कहना है कि कमीशन के आधार पर यह दुकान संचालित होता है और खाद्य विभाग के द्वारा यह कहकर कमीशन नहीं भेजा जा रहा है कि वहां राशन दुकान में आठ लाख की रिकवरी है ।इसके कटते तक कमीशन नहीं भेजा जाएगा। जबकि वर्तमान सरपंच प्रताप नेताम का कहना है कि मेरे कार्यकाल का ये कमी नहीं है इसके पूर्व जो सरपंच, सचिव थे। ये उनसे वसूली किया जाय। और इसके नाम से मुझे पेशी जाना पड़ रहा है और वसूली बताया जा रहा है।
अब ये आठ लाख की वसूली प्रशासन किससे करेगी,यह आने वाला वक्त में ही पता चलेगा।
किंतु अभी 30-40 रुपए में दुकान से राशन लेकर जो गरीब गुजारा कर रहे हैं आखिर उनका ज़िम्मेदार कौन? और कब तक राशन दुकान खुलेगी और हितग्राहियों को कब राशन मिल पायेगा इसका अब तक पता नहीं चल पाया है। और हितग्राही रोज राशन दुकान के चक्कर लगाने मजबूर हैं।।।।।।।।।
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक सरस्वती रजवाड़े से बात करने पर बताया कि कमीशन जमा नहीं होने के चलते सेल्समेन और तौलने वाले को पेमेंट नहीं मिल पाने के कारण सेल्समेन राशन दुकान नहीं खोल रहे हैं मै सरपंच को बोली हूं एक आदमी का व्यवस्था करो और राशन वितरण कराओ ।