संस्कृत भारत की गौरवशाली इतिहास की समृद्ध भाषा एवम विश्व की वैज्ञानिक भाषा है,,,संस्कृत संभाषण शिविरम का समापन

आसकरण जैन की के कलम से,,,

जामगांव आर। संस्कृत भारती छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जामगांव आर में आयोजित संस्कृत संभाषण शिविरम का समापन समारोह शनिवार को भैयाजी परिसर में आयोजित हुआ।मुख्य अतिथि संस्कृत भारती छत्तीसगढ़ प्रांत संगठन मंत्री हेमंत कुमार साहू थे।अध्यक्षता संस्कृत भारती राजनांदगांव विभाग पूर्व संयोजक नरेंद्र साहू किया । विशेष अतिथि संयोजक हरित वर्मा व्यवस्थापक कामता प्रसाद साहू , संस्कृत व्याख्याता प्राचार्य पीएल बारले थे। संस्कृत आचार्य पीएल बारले ने बताया कि प्रत्येक वर्ष रक्षाबंधन के तीन दिन पहले और तीन दिन बाद तक संस्कृत सप्ताह दिवस संस्कृत भारती छत्तीसगढ़ आयोजित करती है,जिसमे चारो वेदों गीता भागवत रामायण के श्लोकों का पाठ करते है।संस्कृत जो बोलता है वही लिखता है इसलिए कंप्यूटर के लिए उपयुक्त,,,,,मुख्य अतिथि संस्कृत भारती छ. ग . प्रांत के संगठन मंत्री हेमंत कुमार साहू ने कहा कि संस्कृत भारत की गौरवशाली इतिहास की समृद्ध भाषा एवम विश्व की वैज्ञानिक भाषा है। यह तकनीकी विज्ञान को अभिव्यक्ति की आधार देती है जिस मोबाइल लेपटाप से तकनीकी की दुनिया में छलांग लगा रहे है इसके आधार में संस्कृत है। उन्होंने कहा कि जब कंप्यूटर के लिए भाषा का चयन करना था तब वैज्ञानिकों ने सभी दृष्टि से संस्कृत भाषा को उपयुक्त पाया । क्योंकि संस्कृत में जो बोला जाता है वही लिखा जाता है और स्वविवेक से परे कंप्यूटर के लिए ऐसी ही भाषा चाहिए था। संस्कृत में सनातन संस्कृति की खुशबू आती है,,,, समारोह अध्यक्ष नरेंद्र साहू ने कहा कि संस्कृत वेदों पुराण की भाषा है जहां अभिव्यक्ति होते ही सनातन संस्कृति की खुशबू फैलने लगती है। उन्होंने कहा कि आप सब जानते है जब कही संस्कृत में मंत्रोच्चारण चलता है तो मन केवल सुनने को करता हैसमझ में आए या न आए हम मंत्र मुग्ध होकर सुनते चले जाते है। संस्कृत संभाषण शिविरम का उद्देश्य संस्कृत को जन जन तक पहुचाना होता है।संस्कृत के मर्म को समझना है। जनमानस में सनातन संस्कृति की मिठास घोलती है संस्कृत,,,संयोजक हरित वर्मा ने कहा कि संस्कृत भाषा में शब्दो का अपार भंडार है। व्यक्तित्व आधारित स्तुति से राम और रावण की पहचान कराने वाली संस्कृत ऋषि मुनियों के देश भारत को गौरान्विंत करती है। संस्कृत के उच्चारण के साथ वातावरण सात्विकता का बनने लगता है सनातन संस्कृति की मिठास घुलने लगती है। सनातन संकृति का बोध कराती है। संस्कृत में विचारों की प्रगटीकरण की अदभुत क्षमता,,,,प्राचार्य पीएल बारले ने कहा कि चांद तक चंद्रयान पहुंचाने में कामयाबी का इतिहास लिखने वाले इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने भी कहा कि कम्प्यूटर को संस्कृत भाषा सूट करती है। इस भाषा में विचारो को शुद्ध रूप में प्रगट करने की अद्भुत क्षमता है।संस्कृत में वाक्यांश बोलते ही स्थिति का त्वरित भान हो जाता है ।व्याकरण और ध्वनि की दृष्टि संस्कृत उपयुक्त है आईसमारोह में ये शामिल रहे,,,,शिविर में पीएल बारले पवन बंछोर भूमिका साहू रोशनी साहू धनेश्वरी साहू मेनका साहू सुनिता सेन निहारिका धीवर मिनाक्षी चंद्राकर तेजेश्वरी साहू प्रीति साहू ममता साहू यामिनी साहू लूसिका साहू हीना साहू चंद्रिका यादव दिलेशवरी साहू सहित विधार्थियो

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