- भाजपा जिस निगम का करते है घेराव वही रिसाली निगम गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की देन,जो महज 4 वर्षो में विकास कार्यो का रचा इतिहास
उतई। भाजपा द्वारा नगर निगम रिसाली का घेराव कर विकास कार्यो में अनियमितता,भेदभाव सहित अन्य दावों का खंडन करते हुए नगर निगम रिसाली के एल्डरमेन तरुण बंजारे ने कहा कि भाजपा द्वारा रिसाली निगम का घेराव करने महज एक दिखावा है।भाजपा के कार्यकर्ता पहले अंधभक्ति की चश्मा निकाले तब नगर निगम रिसाली में हुए चहमुखी विकास कार्य उन्हें दिखेंगा।जिस रिसाली निगम का घेराव भाजपा वाले करते है वह निगम ही गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की देन है जिसके सभी 40 वार्डो में विकास कार्यो की गंगा बह रही है,एक समय था जब रिसाली निगम क्षेत्र के वार्ड की जनता विकास कार्यो के लिए तरसते थे। अब वही रिसाली निगम क्षेत्र में गृहमंत्री के प्रयास से स्कूल, कॉलेज,हॉस्पिटल, रोड नाली सहित सभी मूलभूत सुविधाओं का कार्य तेजी से हुआ है।भाजपा के शासन काल मे रिसाली क्षेत्र में 15 साल में नही हुए वह कार्य महज 4 साल में हुई है जिसे भाजपा के कार्यकर्ता पचा नही पा रहे है और बिना कोई ठोस मुद्दे के निगम का घेराव कर अपनी उपस्थिति जनता को दिखा रहे है,गृहमंत्री व क्षेत्र के विधायक के प्रयास से पूरे 40 वार्डो में चहमुखी विकास की गंगा बह रही है चाहे वह वार्ड बीजेपी पार्षद की हो या कांग्रेस पार्षद की,विकास कार्यो पर मुहर आगामी चुनाव में जनता लगाएगी।
भाजपा में चलती है परिवार वाद की राजनीति जिसका उदाहरण है पति-पत्नी,दीदी भाई और भाभी
भाजपा के कार्यकर्ता बार बार पिता पुत्र की राजनीति की बात करते है वे पहले अपने आकाओं के दरबार मे झांके और बताये की उनके यहाँ क्यो चलती है परिवार वाद की राजनीति?जहाँ पूरे कार्यकर्ता पति-पत्नी,दीदी भाई और भाभी से घिरे हुए रहते है।
भाजपा की पहचान है भ्रस्टाचार और जमीन पर कब्जा करना-एल्डरमेन तरुण बंजारे ने आगे कहा कि रिसाली निगम क्षेत्र के भाजपा पार्षद आरोप लगाते है कि निगम में भ्रस्टाचार हो रही है वे याद करे कि 15 साल में कितना भ्रस्टाचार हुए है जिनका उदाहरण तालाब निर्माण में भ्रष्टाचार,बेस जमीन पर कब्जा करना आदि है,एल्डरमेन बंजारे ने आगे कहा कि भाजपा पार्षद के परिवारजन द्वारा निगम व एरिगेशन विभाग की कीमती भूमि पर कब्जा किये है जिन्हें दबाने के लिए मनगढ़ंत आरोप रिसाली निगम के विकास कार्यो के ऊपर भाजपा के कार्यकर्ता व पार्षद लगा रहे है।