- बीएसपी प्रबंधन के क्षेत्र में रिसाली निगम की दादागिरी,युवक कांग्रेसी के पोस्टर निकलवाए?
- तालपुरी से नेवई कांवर यात्रा मार्ग पर लगे,मंत्री जी के जन्मदिन के पोस्टर,कांवर यात्रा के एक दिन पूर्व अचानक निकाल देने के क्या मायने?
- अंदर ही अंदर कांग्रेसियों में एक दूसरे को निपटो,निपटाओ के संकेत?
- निगम क्षेत्र में क्यों नही की आयुक्त ने पोस्टर निकलवाने की कार्यवाही,किसके इशारों पर व्यक्ति विशेष को किया उन्होंने टारगेट?
रिसाली (सतीश पारख). प्रदेश सरकार के कद्दावर विभागों के मंत्री ताम्रध्वज साहू का निर्वाचन क्षेत्र दुर्ग ग्रामीण का रिसाली निगम चुनाव करीब आते आते अन्दर ही अन्दर नूरा कुश्ती का केंद्र बनता जा रहा है और सबसे दुखद पहलू यह है की मंत्री जी से भी यह संभाले नहीं संभल रहा है जिसका कारण है की कोई किसी को जोड़ने का प्रयास करे इसके पहले ही भीतर ही भीतर ये स्वयं अपने आप और अपनो को तोड़ने में लगे हैं। एक मामला सुलझता नही की दूसरा मामला सामने खड़ा हो जाता है ।रिसाली निगम के कांग्रेसियों का कार्ड और पोस्टर से आज का नही बहुत पुराना नाता है।रिसाली निगम में यह आम बात हो चली है चाहे पतंग बाजी का आयोजन हो या किसी कार्यक्रम का एमआईसी के कुछ मंत्री जी के करीबी तो महापौर और सभापति को भी किनारे लगाने नित नए प्लान करते रहते हैं ऐसा प्रतीत होता है।अब मामला है मंत्री जी के जन्मदिन पर उनके करीबी और चहते युवक कांग्रेस नेता दादू नागदेव के द्वारा दुर्ग ओवरब्रिज से मरौदा ओवरब्रिज और नेवई क्षेत्र मुख्य मार्ग के सभी बिजली पोल में उन्हे बधाई देने लगाए गए पोस्टर जो मंत्री जी के जन्मदिन के इतने दिनो बाद भी लगे हुवे थे जिन्हे 20 अगस्त को दुर्ग शिवनाथ से जल लेकर बैकुंठ धाम नेवई शिवमन्दिर में जलाभिषेक हेतु कांवर यात्रा जो इसी मार्ग से आई जिसमे मंत्री जी परिवार समर्थक कांग्रेसी आमजन सभी शामिल हुवे किंतु शायद पदयात्रा करते मंत्री जी की नजर में दादू नागदेव की टीआरपी ना बढ़ जाए शायद इस भय से निगम आयुक्त ने निगम कर्मचारियों को भिजवाकर कांवड़ यात्रा के एक दिन पूर्व निकलवा लिए। ये सड़क और ये बिजली पोल बीएसपी प्रबंधन के क्षेत्र में हैं और बीएसपी के है जब बीएसपी अधिकारियों को इन पोस्टरों से कोई शिकायत नहीं थी तो निगम आयुक्त ने किसके इशारे पर वो पोस्टर निकलवाए जिस क्षेत्र में दखलंदाजी का उन्हे अधिकार ही नहीं है आखिर यह सब किसके इशारों पर उन्होंने किया यह चर्चा का विषय है जबकि इसके विपरित रिसाली निगम क्षेत्र के मार्केट मार्ग सहित सभी मुख्य मार्गों पर निगम की संपत्ति पालों पर आज भी पोस्टर यथावत लगे हुवे है जो निगम प्रशासन की मनमानी और तानाशाही की ओर इशारा करता है।आखिर इन पोस्टरों को निकालने के क्या मायने है यह वो ही बता सकते हैं जिन्होंने इस गंदी हरकत को अंजाम दिया है। बहरहाल चुनाव करीब है मंत्री जी के पास बड़े बड़े विभाग है किंतु उनसे तो एक रिसाली निगम ही नही संभल रहा है? निगम सरकार के प्रतिनिधि कभी किसी का नाम काटकर कार्ड बंटवा रहे,पोस्टर लगवा रहे तो कभी किसी का कद घटाने उनके पोस्टर उखाड़ रहे यह सब आने वाले समय में और क्या रूप लेगा यह समय बताएगा। हम तो सच आप तक पहुंचाते रहे हैं और आगे भी पहुंचाते रहेंगे।