खबर हेमंत तिवारी
पांडुका /वन परिक्षेत्र पांडुका में इन दिनों तीन हाथियों ने डेरा जमाया हुआ है विजयनगर , कुम्हरमरा ,तौरेंगा के वनपैसा और मुरमुरा के झरझरा मंदिर के आस पास इनका स्थाई ठिकाना बनता नजर आ रहा है जो दिन भर जंगलों में छुपे रहते हैं और शाम होते ही अपना मोमेंट चालू करता है और किसानों की धान की फसल को बुरी तरह रौंदकर तबाह कर रहा है साथ ही ग्राम पंचायत फुलझर के आश्रित ग्राम खदराही से लगे बिशरू डेरा में किसान मनोज गोस्वामी के कच्चे मकान को भी तोड़ डाला है।
हालांकि उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था इस प्रकार अब लोगों को समझ आने लगा है कि लगातार जंगल की कटाई करने के परिणाम क्या होता है जंगली जानवर खासकर हाथी उनके निवास स्थल पर पहुंच रहे हैं और नुकसान पहुंचा रहे है ।क्योंकि परिक्षेत्र के जंगल में अवैध कटाई से खासकर फलदार वृक्ष जो इनके खाने के लिए ज्यादा वृक्ष नहीं बचे है। और वन अधिकार पट्टा जंगल विनाश का मुख्य कारण बना है। सरकार की गलत नीतियो की वजह से बेधड़क पेड़ो की कटाई से प्राकृतिक संतुलन बिगड़ रहा है। और जहां कुछ जंगल बचे है वहां हाथी ने डेरा डाल रखा है किसान और ग्रामीण खासा चिंतित है वन विभाग की टीम लगातार सतत निगरानी में रखे हुए हैं जो दिन रात एक कर पीछे पीछे घूम रहे हैं ताकि किसी प्रकार की कोई जनहानि ना हो पर विशाल काय इस हाथियों को कौन रोक पाया है।अब नहीं लगता की ये हाथी यहां से जाने वाले है।क्यों की इनके लिए यह सुरक्षित पनाह गार बन चुका है।और अब ये हमारे बीच रहेगा बस जरूरत है अपने आप को और अपने परिवार को खुद सुरक्षित रखने की वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी तो अपनी जिम्मेदारी निभा ही रहे है।