खबर हेमंत तिवारी पाण्डुका:- जिले के पाण्डुका वन परिक्षेत्र के आसपास तेंदुवा देखे जाने की खबर इन दिनों खूब वायरल हो रहा है।जिसमे तेंदुवा द्वारा एक कुत्ता को शिकार बनाया गया है ऐसा कहा जा रहा है।जो पाण्डुका थाना और परिक्षेत्र कार्यालय के आसपास है।जिसके बाद मुनादी भी करवा दिया गया है ।साथ ही इस परिक्षेत्र के मुरमुरा बिट के जंगल में तेंदुए का आतंक जारी है जो कि मवेशियों को अपना शिकार बना रहा है वही मवेशी चारा चरने के लिए जंगल गया था तभी खूंखार तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया जिससे एक मवेशी का घटना स्थल पर दम तोड़ दी एवं मौत हो गई इसके उपरांत दूसरे दिन फिर एक मवेशी पर हमला कर दिया जिससे मवेशी घायल हालात मे घर पहुचा एवं इसकी
जानकारी चरवाहे ने पशुपालक दी गई। वही तेंदुए ने ऐसे कई मवेशियों को अपना शिकार लगातार बना रहा है एवं इसके आतंक से ग्रामीण दहशत है।ग्रामीणो ने बताया कि तेंदुए झरझरा मंन्दिर के जंगल में विचरण करते है और आए दिन मवेशियों पर हमले करते रहते है कुछ दिन पूर्व गौठान के पास तेंदुआ ने शिकार बनाया था जो कि चिंताजनक हालात में पडा़ हुआ है । तेंदुए के साथ।अब हाथियों का आतंक ग्रामीणों में दहशत है इससे पहले।एक भालू की शिकायत गांव में देखने को मिल रहा था।हाल ही मेंदो दंतैल हाथी मुरमुरा के जंगल में पहुचें से ग्रामीणों में दहशत का मौहोल है जो कि कुछ दिन पूर्व दोनो दंतैल हाथी पाण्डुका वन परिक्षेत्र से होकर धमतरी जिला में प्रवेश किया था और एक बार फिर वापस पैरी नदी क्रास कर पाण्डुका वन परिक्षेत्र के मुरमुरा झरझरा मंन्दिर के जंगल में दोनो दंतैल हाथी कक्ष क्रमांक 79,80 में विचरण कर रहे है ।दोनो दंतैल हाथी के लोकेशन एवं मूवमेंट पर वन विभाग और हाथी मित्र दल की टीम नजर बनाए हुए है और लोगो को लाउडस्पीकर
एवं वाट्सप ग्रुप के माध्यम से अलर्ट किया जा रहा है जिसमें मुरमुरा ,फुलझर ,सांकरा,तौरेंगा,कुम्हमरा,खदराही,जमाही,छुईहा,बोड़की फुलझर, सहित दर्जन भर गांव को अलर्ट किया गया है कि रात्रि के समय घर से बाहर ना निकले हाथी से दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही ।साथ ही रविवार को चिंगरा पगार,और गजपल्ला वाटर फाल देखने वाले को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा हाथी इस वाटर फाल से लगभग 20 किलो मीटर की दूरी पर झरझरा मंदिर के पास था पर सैलानियों को यह कहकर लौटाया जा रहा था कि हाथी आसपास यही पर है ।इस तरह सैलानी बड़े आस लेकर प्राकृतिक सौंदर्य मनोरम दृश्य देखने और बारिश तथा झरना का आनंद लेने सैकड़ों किलो मीटर से आते है ।और उन्हें जिला प्रशासन के जिम्मेदारों जिनकी वहा ड्यूटी लगी है वे उन्हें जाने क्यों बैरंग लौटा देते है ।जिससे मायूस होकर लौट जाते है।