साढ़े चार साल में पतोरा पंचायत के आश्रित गांव देउरझाल को राजस्व गांव नही बना पाये मुख्यमंत्री–हर्षा लोकमणी चंद्राकर

पाटन। भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एव सदस्य जिला पंचायत दुर्ग श्रीमती हर्षा चंद्राकर ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री अब तक के सभी मुख्यमंत्रियों में सबसे कमजोर मुख्यमंत्री है। ये ऐसा मुख्यमंत्री है जो साढ़े चार साल में अपने ही निर्वाचन क्षेत्र के वर्षों से लंबित मांग को पूरा नहीं कर पा रहे है। ग्राम पंचायत पतोरा के आश्रित ग्राम देउरझाल को स्वतंत्र राजस्व ग्राम नही बना पाया। जबकि इसके लिए देऊरझाल के लोगो ने कई बार प्रयास किया। कई शिविरों में, कई बार कलेक्टर, एसडीएम, विभिन्न जनप्रतिनिधियों को जिसमे स्वयं मुख्यमंत्री भी शामिल हैं मांगपत्र सौपा गया था, यहां तक कि स्वतंत्र राजस्व ग्राम की मांग करते हुवे ग्रामीण सेलूद चौक में धरना भी दिया था, ग्रामीणों द्वारा गांव के एक तालाब में जल अनशन तक किया गया था।
श्रीमती चंद्राकर ने कहा की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने ही विधानसभा क्षेत्र के लोगो की मांग को पूरा नहीं कर पा रहे, बल्कि ग्रामीणों को आश्वशन देने के बाद भी भटका रहे है। उन्होंने कहा की आज देऊरझाल के लोग अपना स्वतंत्र गांव बनते देखना चाह रहे है। उसे मुख्यमंत्री द्वारा झूठा सपना दिखाया जा रहा है। जो मुख्यमंत्री अपने हीं क्षेत्र के लोगो की तकलीफों को नही समझ पा रहे है उससे पूरे प्रदेश के लोगो की हितैषी कैसे माना जा सकता है। भाषण में बड़ी बड़ी बाते करने वाले मुख्यमंत्री का धरातल में क्या हालात है उसका अंदाजा उसी के विधान सभा क्षेत्र पाटन में देखने से पता चल रहा है। आज देऊर झाल के लोग अपने क्षेत्र के विधायक ही मुख्यमंत्री होने के बावजूद अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे है। उन्होंने मांग किया है की ग्रामीणों के हित को ध्यान में रखते हुवे जल्द से जल्द देऊरझाल को स्वतंत्र राजस्व ग्राम का दर्जा दिया जाए अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में परिणाम भुगतने तैयार रहे।

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