खबर लीना ध्रुव
मैनपुर- तीन साल कोरोना काल के बाद इस साल बडी धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली गई। भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा लोगों में बड़ी उत्साह के साथ शामिल हुए। भारत वर्ष में आषाढ़ माह कि शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को रथ यात्रा का यह पर्व भव्य तरीके से मनाया जाता है। कि यह भारत के सबसे प्रचीनतम पर्वों मे से एक है। ऐसा माना जाता है कि रथों को खींचने से लोगों को सुख और शांति आनंद और शांति से जीवन भर जाता है। इस रथयात्रा को लेकर धामिर्क मान्यता यह चली आ रही हैं, कि एक बार बहन सुभद्रा ने अपने भाइयों कृष्ण और बलराम जी से नगर को दिखाने की इच्छा प्रकट की। भगवान जगन्नाथ श्रीकृष्ण का ही रुप है, जो भगवान विष्णु के अवतार में से एक है।