लोकेश्वर सिन्हा@गरियाबंद. कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद के तत्वावधान में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के आर्थिक सहयोग से इं.गां.कृ.वि.वि. रायपुर छ.ग. के निदेशक विस्तार सेवाएं के मार्गदर्शन में ग्राम भेण्ड्री, विकासखण्ड, फिंगेश्वर में एग्री ड्रोन का जीवंत प्रदर्शन जय कोपेश्वर नाथ कृषि उत्पादक समूह, भेण्डरी के 20 कृषकों के लगभग 25 एकड़ प्रक्षेत्र में किया गया।
उपस्थित विशेषज्ञों ने ड्रोन द्वारा कृषि दवाईयों के छिड़काव के संबंध में जानकारी साझा करते हुए बताया की ड्रोन तकनीक से विभिन्न तरल खाद, कृषि दवाईयों का छिड़कांव फसलों पर आवश्यकता अनुसार किया जा सकता है, इस तकनीक से श्रमिकों की आवश्यकता को कम किया जा सकता है, साथ ही साथ लगने वाले तरल पदार्थ (कृषि दवाई) की खपत भी कम होता है, ड्रोन तकनीक से तरल पदार्थ (कृषि दवाई) का छिड़काव फसलों में उपर से होने के कारण सूक्ष्म बुंदें खड़ी फसलों के अंदर जाती है जिससे छुपे हुए, कीट, पतंगों आदि, जल्दी नष्ट हो जाते है, इसमें समय काफी कम लगता है, एक ही व्यक्ति ड्रोन का कंट्रोल कर सकता है एवं लाने ले जाने में भी काफी सुविधाजनक होता है।
कृषि विज्ञान केन्द्र, के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. मनीष चौरसिया, डॉ. ईशु साहू, (विषय वस्तु विशेषज्ञ,उद्यानिकी) के.पी. साहू, कृषि अधिकारी फिंगेश्वर ब्लॉक के साथ ही कार्यक्रम में लगभग 55 कृषक उपस्थित थे, उन्होंने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए भविष्य में इस पद्धति को अपनाने की बात कही।