छुरा@@@@@आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा (कोसमी) छुरा, गरियाबंद छत्तीसगढ़ द्वारा “Y 20-2023 देश के आर्थिक विकास में युवाओं की भूमिका” विषय पर युवाओं को रचनात्मक नीति संबंधी इनपुट प्रदान करने तथा उन्हें अपनी बात रखने के लिए मंच का उपयोग करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार 21 फरवरी 2023 को किया गया। यूथ 20, G20 का आधिकारिक युवा जुड़ाव समूह है। इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को एक मंच प्रदान करना है जो युवाओं को जी 20 प्राथमिकताओं पर अपनी दृष्टि और विचार व्यक्त करने की अनुमति देता है। ज्ञात हो कि भारत पहली बार जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। यूथ 20 एंगेजमेंट ग्रुप में, भारत का मुख्य फोकस दुनिया भर के युवा नेताओं को एक साथ लाना और बेहतर कल के लिए विचारों पर चर्चा करना और काम के लिए एक एजेंडा तैयार करना है। भारत की अध्यक्षता के दौरान Y20 द्वारा की जाने वाली गतिविधियां वैश्विक युवा नेतृत्व और साझेदारी पर केंद्रित होंगी। अंतिम यूथ-20 शिखर सम्मेलन के क्रम में, अगले आठ महीनों के लिए, देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में विभिन्न चर्चाओं और सेमिनारों के साथ पांच Y20 विषयों पर पूर्व शिखर सम्मेलन होने थे। इसी क्रम में आई.एस.बी.एम. विश्वविद्यालय द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती की छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। सरस्वती वंदना गीत बी.ए. प्रथम वर्ष की छात्रा बिन्दु साहू एवं बी.ए. तृतीय वर्ष की छात्रा रूपाली साहू के द्वारा प्रस्तुत किया गया। उपरोक्त छात्राओं ने राज्य के सम्मान में राजगीय गीत प्रस्तुत किया। तत्पश्चात् अतिथियों का स्वागत हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. विनीत साहू, विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र, शासकीय कचना धुरवा महाविद्यालय छुरा, गरियाबंद छत्तीसगढ़ थे। अतिथियों के स्वागत उपरांत विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम संयोजक द्वारा स्वागत भाषण देते हुए अतिथि परिचय कराया तथा उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम की प्रस्तावना बताते हुए उन्होंने कहा कि युवा विकास के लिए एक सकारात्मक शक्ति हो सकते हैं, उन्हें ज्ञान और अवसरों के साथ बढ़ने की आवश्यकता होती है। विशेष रूप से, युवाओं को उत्पादक अर्थव्यवस्था में योगदान करने के लिए आवश्यक शिक्षा और कौशल प्राप्त करना अति आवश्यक है। साथ ही उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य भी साझा किया। तत्पश्चात् विश्वविद्यालय के कुलसचिव द्वारा भारत को युवा अर्थव्यवस्था वाला देश बताते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण काल के बाद रूकी हुई अर्थव्यवस्था में सुधार देखने को मिला है। युवाओं के पास पर्याप्त अवसर है कि वे ट्रेनिंग, लर्निंग और टीचिंग के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर सके। विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने उदबोधन में कहा कि G20 की अध्यक्षता भारत को मिलना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यूथ 20 का अच्छे से संचालन करने के लिए चार महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता है। इसके अंतर्गत उन्होंने उद्योग, सतत् विकास, विश्व शांति और युवा निर्माण की बात कही। भारत की अध्यक्षता में G20 समूह के अंतर्गत यूथ 20 की बैठक वैश्विक युवा शक्ति के लिए एक बेहतरीन मंच होगा जिसके माध्यम से युवाओं के उन मुख्य मुद्दों पर चर्चा की जा सकेगी जो वर्तमान पीढ़ी के लिए अति लाभदायक है। 2023 में Y20 इंडिया समिट भारत के युवा-केंद्रित प्रयासों का उदाहरण होगा और दुनिया भर के युवाओं को अपने मूल्यों और नीतिगत उपायों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा।तत्पश्चात् कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. विनीत साहू ने कहा कि G20 का इतिहास 1975 में G7 के रूप हुआ था। फिर इसमें रूस देश के शामिल होने से यह G8 हो गया बाद में इसका नाम 1999 में G20 कर दिया गया। G7 औद्योगिक रूप से विकसीत था जिसमें विकासशील देशों को जोड़कर G20 का निर्माण किया गया। उन्होंने जानकारी दी की 2022 के G20 की अध्यक्षता इंडोनेशिया ने की थी और 2024 की अध्यक्षता ब्राजील देश करेगा। इस समूह का निर्माण आर्थिक गतिविधियों में रूकावट के बिना अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना है। इस समूह का मुख्य उद्देश्य भविष्य के कार्यों का सही ढंग से संचालन करना, जलवायु परिवर्तन के कारकों की पहचान करना, विश्व में शांति बनाये रखना, बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में कार्य करना तथा खेल और अच्छे नागरिक का निर्माण करना है। भारत को अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी तक मानव-केंद्रित अप्रोच के साथ एक समृद्ध, समावेशी और विकसित समाज का निर्माण करना है। वसुधैव कुटुम्बकम के विचार को मूर्त रूप देते हुए समग्र कल्याण सुनिश्चित करने के लिए भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यावहारिक समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस आयोजन के माध्यम से यह दिखाया जाएगा कि कैसे भारत लोकतंत्र की जननी है, कैसे भारत ने एक बड़े लोकतंत्र के रूप में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम किया है और भविष्य में भारत क्या करने जा रहा है। विश्व की अर्थव्यवस्था और मानवता का भविष्य युवाओं के हाथों में है, युवा लोग वर्तमान में हितधारक हैं और कल के निर्माता हैं। मुख्य वक्ता के ओजस्वी विचारों के पश्चात विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा उन्हें शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन इतिहास के प्राध्यापक द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय विभागाध्यक्ष द्वारा किया गया तत्पश्चात् कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में सभी संकायों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण, अधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।