दुर्ग.शराब बंदी को लेकर भाजपा के धरना प्रदर्शन को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने तीखा पलटवार किया है। राजेंद्र ने कहा कि विरोध करने वाले डॉ. रमन सिंह ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ में राज किया और शराब दुकानों की संख्या बढ़ा दी। आबादी बस्तियों में शराब दुकानें खोली गई। जबकि 15 महीने के कार्यकाल में भूपेश सरकार ने शराब दुकानों की संख्या घटाने का काम किया है।
राजेंद्र ने कहा कि पिछले साल शराब की 50 दुकानें और इस साल 49 दुकानें बंद करने का फैसला भूपेश सरकार ने लिया है। 15 साल तक जब रमन कार्यकाल में शराब दुकानों की संख्या बढ़ रही थी तब सरोज पांडेय सांसद और विधायक थी। उन्होंने शराब दुकानों की संख्या बढ़ाने पर रमन सरकार का विरोध क्यों नहीं किया। सांसद विजय बघेल भी विधायक थे। उन्होंने विरोध क्यों नहीं किया। उस दौर में प्रदेश भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रमन सरकार का विरोध क्यों नहीं किया।
राजेंद्र ने कहा कि आम जनता भाजपा के शासन काल में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने और आबादी बस्ती में शराब दुकानें खोलने के फैसले को भूली नहीं है। भाजपा नेता इस मामले में जनता के सामने नौटंकी न करें तो बेहतर होगा। जनता सब जानती है। राजेंद्र ने कहा कि भूपेश सरकार मजबूती से शराबबंदी के वादे पर कायम है और अपने चुनावी वादे के मुताबिक धीरे-धीरे किस्तों में शराब दुकानें बंद कर रही है।
भाजपा के शीर्ष नेताओं के वादे याद है या भूल गए?
राजेंद्र ने कहा कि प्रदेश भाजपा नेताओं को अपने केंद्रीय नेताओं के वादों को भी याद करना चाहिए। 2014 में सत्ता पाने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं ने हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपए जमा करने का वादा किया था। 6 साल बीत चुके हैं। आज तक कितने लोगों के खाते में 15 लाख रुपए जमा हुए। मोदी सरकार चाहती तो किस्तों में भुगतान कर सकती थी। मगर लोगों के साथ छल किया गया।
राजेंद्र ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने के वादे की याद दिलाते हुए कहा कि बीते 6 साल में मोदी सरकार के कार्यकाल में रोजगार तेजी से घटे हैं। बेरोजगारी की स्थिति भयावह हो चुकी है। नोटबंदी और जीएसटी के फैसले के बाद लाखों लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। 6 साल में अब तक 12 करोड़ लोगों को नया रोजगार मिलना था। रोजगार तो दूर, मोदी सरकार के कार्यकाल में करोड़ों के रोजगार छिन गए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2014 में किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया था। आय दोगुनी नहीं हुई बल्कि देश भर के किसानों को फसल क्षति के लिए पैसों का भुगतान भी नहीं किया गया। किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए मोदी सरकार ने कोई काम नहीं किया। महंगाई लगातार बढ़ रही है। मोदी सरकार ने रसोई गैस की कीमत दोगुनी कर दी है।
राजेंद्र ने कहा कि मनमोहन सरकार के कार्यकाल की तुलना में मोदी सरकार के कार्यकाल में कच्चे तेल की कीमतों में 60 फीसदी की कमी आई है। इसके बावजूद आज तक देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत कम नहीं की गई बल्कि कीमतें बढ़ाई गई। पूरी दुनिया में पेट्रोल-डीजल के रेट कम होने के बावजूद देश की जनता को कोई फायदा नहीं हुआ। आज भी लोगों को बढ़ी कीमत पर पेट्रोल-डीजल मिल रहा है।
ये काम भी करें… अच्छा समय है
भाजपा नेता बार-बार कह रहे हैं कि लोगों ने 45 दिनों में शराब पीना छोड़ दिया था, यह शराबबंदी के लिए अच्छा समय है। राजेंद्र ने इसके जवाब में कहा कि 2014 के चुनाव में मोदी समेत भाजपा नेताओं ने सरकार बनने पर पेट्रोल-डीजल के रेट 40 रुपए करने का वादा किया था। वर्तमान में पूरी दुनिया में कच्चे तेल के दाम कम हो गए हैं। भारत में पेट्रोल-डीजल का रेट 30 रुपए प्रति लीटर करने के लिए भी यह यह अच्छा समय है।
राजेंद्र ने कहा कि देश भर के किसानों, सब्जी उत्पादकों को ओलावृष्टि सहित अन्य प्राकृतिक आपदा से फसल को नुकसान हुआ है। मोदी सरकार के लिए किसानों, मजदूरों की मदद करने और आय दोगुना करने पैकेज देने यह अच्छा समय है। राजेंद्र ने कहा कि धान के अंतर की राशि देने की घोषणा प्रदेश सरकार पहले ही घोषित कर चुकी है। किसान अच्छी तरह समझते हैं कि भूपेश सरकार ही किसानों की हितैषी है।
राजेंद्र ने कहा कि कोरोना महामारी के नियंत्रण में लापरवाही का प्रदेश भाजपा नेताओं का आरोप हास्यास्पद है। सच ये है कि भूपेश सरकार के कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए उठाए गए कदमों से न सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया में भूपेश सरकार की तारीफ हो रही है। प्रदेश भाजपा के नेताओं का झूठ पूरी दुनिया समझ रही है।