दुर्ग। कोरोना के त्रासदी ने लाखों घरों को बर्बाद कर दिया l इसी त्रासदी में वार्ड 52 बोरसी दिनेश्वर साहू का नौजवान बेटा मिलाप दास काल के गाल में समा गया l इकाई साहू समाज के पहल पर दिनेश्वर साहू ने विधवा बहु मंजू को बेटी मानकर लाटाबोड़ के स्व जातीय परिवार में पुनर्विवाह कर ऐतिहासिक कदम उठाया तथा समाज को गौरान्वित किया l उम्र में सबसे छोटी मंजू साहू जीविका स्व सहायता समूह बोरसी की सदस्य थी l स्व सहायता समूह की अध्यक्ष ललेश्वरी साहू ने बताया की स्वावलंबन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण एवं समाज सेवा कार्य में निरंतर सहभागी जीविका स्व सहायता समूह बोरसी के बहनों द्वारा मंजू साहू के 3 वर्षीय सुपुत्र घनिष्ट साहू के निकट भविष्य को देखते हुए भारतीय जीवन बीमा (एलआईसी) की योजना से जोड़ते हुए सालाना 6400 रूपये 20 वर्ष तक की पालिसी लिया गया l विधवा पुनर्विवाह कराने एवं बच्चे के भविष्य निर्माण में सहयोग के लिए सामाजिक बंधुओं एवं परिजनों साधुवाद दिया l इस अवसर पर परिक्षेत्रीय साहू समाज के अध्यक्ष रोहित साहू, इकाई साहू समाज बोरसी अध्यक्ष पीताम्बर साहू, पूर्व अध्यक्ष तहसील साहू समाज दुर्ग शहर रामखिलावन साहू, राधेलाल साहू दीवान, रुपेश साहू, दिनेश साहू, सरस्वती साहू, काजल साहू, सावित्री साहू, ममता साहू, दशोदा साहू, पेमेश्वरी साहू, सीमा साहू, ललेश्वरी साहू, लता साहू, जानकी साहू, टेमिन साहू, लक्ष्मी साहू सहित समाज एवं वार्ड के गणमान्य उपस्थित थे l