कांकेर जिले में हो रही राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी का क्रियान्वयन

कांकेर. शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा व बाड़ी योजना का क्रियान्वयन कांकेर जिले मे बेहतरीन तरीके से किया जा रहा है। जिले में 65 नरवा का ट्रीटमेन्ट किया जा रहा है, जिसके तहत नरवा में ब्रशवुड, गली प्लग, लुज बोल्डर सहित उद्गम क्षेत्र में पौधारोपण व गैवियन स्ट्रक्चर, स्टापडेम व पूर्व में निर्मित स्ट्रक्चरों की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। जिला पंचायत के सीईओ डॉ संजय कन्नौजे द्वारा जिले के सभी विकासखण्डों के दूरस्थ गांवों में लगातार औचक निरीक्षण कर गोठान व चारागाह निर्माण का निरीक्षण तथा नरवा, गरूवा, घुरूवा व बाड़ी के कार्यों की मॉनिटरिंग किया जा रहा है।


इसी कड़ी में जिला पंचायत के सीईओ डॉ संजय कन्नौजे ने नरहरपुर विकासखण्ड देवगांव के ’’झुरा नरवा’’ में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राप पंचायत सरपंच व स्थानीय लोगों के साथ झुरा नरवा के उदग्म स्थल तक तीन किलोमीटर पैदल चलकर नरवा में बनाये जा रहे स्ट्रक्चर, ब्रशवुड, गैवियन स्ट्रक्चर, लुज बोल्डर चेक निर्माण कार्यो की गुणवत्ता का निरीक्षण किया तथा झुरा नाला में पहले से बने स्ट्रक्चर को मरम्मत करने के निर्देश दिये, ताकि बरसात के बाद भी पानी रूक सके। झुरा नाला का उद्गम सिहारी जंगल नाला से हुआ है जिसकी कुल लम्बाई 16.4 किलोमीटर है। यह नरवा सात गांवो-देवगांव, सिहारीनाला, मासुलपानी, राजपुर, ढोढरापहर, खदरवाही, दबेना से होकर गुजरती है। जिसका कुल कैचमेन्ट एरिया 6839 हेक्टेयर है। इस नरवा का उद्गम से लेकर नदी में मिलते तक पूरी तरह से ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसके तहत इसमें 35 ब्रशवुड 18 गली प्लग, 11 लुज बोल्डर, उद्गम क्षेत्र में पौधारोपण, 34 गैवियन स्ट्रक्चर, स्टापडेम व पूर्व में निर्मित स्ट्रक्चरों की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। इस नरवा का ट्रीटमेंट होने से नरवा से मिट्टी का कटाव रूकेगा और नरवा में साल भर पानी रहेगा। इससे आस-पास के गांवों में जल स्तर बढ़ेगा, जिससे ग्रामीणों को निस्तारी में सुविधा मिलेगी, साथ ही पशुओं को पीने का पानी मिलेगा।
जिला पंचायत सीईओ डॉ संजय कन्नौजे ने बताया कि कांकेर जिले में 65 ‘‘नरवा’’ का कार्य प्रगतिरत है जिसमें कांकेर, चारामा, भानुप्रतापपुर, दुर्गूकोंदल, अंतागढ़, नरहरपुर व कोयलीबेड़ा विकासखण्ड में संबंधित नरवा का रीच टू वेली के इंजीनियर, तकनीकी सहायक, फॉरेस्ट सहायक, गांव के सरपंच व स्थानीय लोगों की मदद से पूरे नरवा का ट्रीटमेंट कार्य किया जा रहा है, ताकि नरवा में साल भर पानी रहे व उस क्षेत्र में जल स्तर बढ़े तथा नरवा के आस-पास मिट्टी कटाव रूके।‘‘झुरा नरवा’’ निरीक्षण के दौरान एसडीओ आरईएस, जनपद सीईओ, सरपंच देवगांव भी उपस्थित थे।

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