इंद्रियगत ज्ञान स्थायी होता है। बच्चों की जितनी अधिक इंद्रियां सक्रिय होंगी अधिगम उतना ज्यादा जीवंत और प्रभावी होगा, इसी तथ्य को दृष्टिगत रखते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान दुर्ग (अछोटी)में सहायक शिक्षण सामग्री निर्माण की तीन दिवसीय कार्यशाला 21 फरवरी 2022 से 23 फरवरी 2022 तक आयोजित की जा रही है ।इस कार्यशाला में हिंदी अंग्रेजी के तीन-तीन शिक्षक विज्ञान के 5 शिक्षक गणित के 4 शिक्षक एवं सामाजिक विज्ञान के 4 शिक्षक भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में शामिल होने वाले शिक्षकों द्वारा अपने विषय में निहित अवधारणाओं पर आधारित T.L.M. का निर्माण किया जा रहा है ,इस बात पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ,कि बनने वाले T.L.M. से प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्तर के अधिगम प्रतिफलों की संप्राप्ति हो सके। निर्मित T.L.M. का उपयोग जिला संसाधन इकाई को समृद्ध करने हेतु किया जावेगा एवं डाइट द्वारा दिए जाने वाले आगामी सेवाकालीन शिक्षक प्रशिक्षण में इनका उपयोग किया जाएगा ।कम लागत पर निर्मित ये T.L.M. शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया में सहायक होंगे। कार्यशाला में हिंदी भाषा में श्रीमती नंदिनी देशमुख श्री रोहित वर्मा ,श्री वीरेंद्र साहू ,श्री पंकज चंद्राकर गणित में श्री विवेकानंद दिल्लीवार ,श्रीमती संगीता चंद्राकर ,श्री मुकेश साहू ,श्री घनश्याम देवांगन ,श्रीमती विजयलक्ष्मी चंद्राकर ,अंग्रेजी भाषा में श्रीमती मौसमी रायचौधरी,श्रीमती सोफिया जोसेफ,श्रीमती इंदु सोनकर, विज्ञान विषय में श्री के. के. धुरंधर ,श्री गोपेंद्र साहू ,श्रीमती उमाश्री ,श्रीमती सारिका, श्रीमती मंजू सिंह एवं सामाजिक विज्ञान में डॉ. सरिता साहू , डॉ. अविनाश अवस्थी ,श्रीमती गोदावरी अंगारे एवं श्री अंकेश महिपाल जी ने शिक्षक सहायक सामग्री का निर्माण किया। कार्यक्रम का सफल समन्वयन श्री एस.एल. धुरंधर व्याख्याता डाइट दुर्ग द्वारा किया गया ।कार्यशाला आयोजन हेतु पथ प्रदर्शन का महती कार्य डाइट दुर्ग की प्राचार्य डॉ. शिशिरकना भट्टाचार्य द्वारा किया गया।