साझा -मुद्दे,साझा- मंच,साझा -प्रयासःसंगठन की पहल
शालेय शिक्षक संघ की रणनीति तय
शिक्षकों ने सभी मोर्चे पर निभाया कर्तव्यःसरकार भी जिम्मेदारी निभाए
2022 होगा संघर्ष का वर्ष
रायपुर-– छ.ग.शालेय शिक्षक संघ ने कहा है,कि राज्य के शिक्षक संवर्ग ने कोविड सहित सभी मोर्चों पर अपनी जिम्मेदारियों का समुचित निर्वहन किया है अब सरकार की बारी है कि वह शिक्षकों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने पहले वार्षिक बजट के दौर में कहा था कि पहला बजट किसानों का और दूसरा बजट कर्मचारियों का होगा,किंतु अब तक उन्हें कोई भी लाभ नहीं दिया गया,उल्टे उन्हें मंहगाई भत्ते का भी मोहताज कर दिया है।कोविड की असामान्य परिस्थितियों तथा बढती मंहगाई के बावजूद वेतन न बढने से सरकारी कर्मचारियों तथा उनके परिवार संकट में है तथा वे छले हुए महसूस कर रहे हैं।14% अतिरिक्त मंहगाई भत्ता अविलंब प्रदान करते हुए तात्कालिक राहत दें। सरकार को शिक्षक संगठनों को विश्वास में लेकर अन्य सभी विषयों पर भीअविलंब निर्णय लेना चाहिए तथा आगामी बजट में उनके लिए प्रावधान भी करना चाहिए ।
ज्ञातव्य है कि शालेय शिक्षक संघ ने शिक्षक संवर्ग के सभी पदों से संबंधित समस्याओं व मांगों का 14 सूत्रीय ज्ञापन सरकार को पू्र्व में सौंप दिया है।इस संबंध में प्रतिनिधिमंडल इसी महीने उच्च अधिकारियों से मिलकर समाधान का प्रयास करेगा।
सहा. शिक्षकों के आंदोलन के संबंध में प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र दुबे ने कहा है कि वे सहायक शिक्षकों की भावनाओं का सम्मान व आंदोलन का समर्थन करते हैं और मुख्यमंत्री महोदय से मांग करते हैं कि अपना वायदा निभाएं और अविलम्ब मांगों की पूर्ति करें।
संगठन के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे व प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा ने स्पष्ट किया है कि शिक्षक संवर्ग के समस्त कर्मचारियों के हितों का संरक्षण व संवर्धन के लिए उनका संगठन प्रतिबद्ध है, संघवाद व वर्गवाद के स्थान पर सबकी मांग-सबका समाधान के पक्षधर हैं।हमारा संगठन साझा-मुद्दे,साझा-मंच,साझा- प्रयास की भी पहल सभी संगठनों के कर रहा है।पूर्व में हम सबने एकजुट प्रयासों से ही बडी सफलताएं पाई है।
उन्होंने कहा है कि यद्यपि सभी संगठन अपनी विचारधारा व रणनीति के अनुरूप कर्मचारी हितों के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रयासरत हैं,किंतु वांछित सफलता नहीं मिली है।अतः सभी को एकजुट होने की दिशा में आने बढना चाहिए ताकि प्रयासों व संघर्ष को सफलता की परिणिति तक पंहुचाया जा सके।
प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र दुबे पदाधिकारियों व शिक्षक साथियों से अपील की है ,कि शीघ्र ही हमारी मांगों पर समाधानकारक पहल नहीं होने की स्थिति में 2022 संघर्ष का वर्ष होगा और इसके लिए सभी लोग कमर कसकर तैयार रहें,संगठन की रणनीति तैयार है तथा सभी की एकजुटता और प्रतिबद्धता से सफलता भी सुनिश्चित है।
प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी,प्रांतीय उपाध्यक्ष सुनील सिंह,डॉ.सांत्वना ठाकुर,विष्णु शर्मा,सहसचिव सत्येंद्र सिंह,सन्गठन मंत्री विवेक शर्मा,प्रदेश प्रवक्ता गजराज सिंह,जितेंद्र गजेंद्र,राजेश शर्मा, घनश्याम पटेल,अतुल अवस्थी,अजय वर्मा,गोविंद मिश्रा, जिलाध्यक्षगण प्रहलाद जैन,शिवेंद्र चंद्रवंशी, सन्तोष मिश्रा,दिनेश राजपूत, कुलदीप सिंह,शैलेष सिंह, प्रदीप पांडेय, रवि मिश्रा, संतोष शुक्ला, विनय सिंह, हिमन कोर्राम, दीपक वेंताल, भोजराज पटेल,भानु प्रताप डहरिया,यादवेंद्र दुबे, उपेंद्र सिंह,जोगेंद्र यादव,विनय सिंह, सर्वजीत पाठक, ओमप्रकाश खैरवार,कैलाश रामटेके,कृष्णराज पांडेय,पवन दुबे,करनैल सिंह,श्री मती शशि कठोलिया,अब्दुल आसिफ खान,विक्रम राजपूत गौतम शर्मा, शर्मा,मारुति शर्मा,अमित सिन्हा,द्वारिका भारद्वाज,दिनेश साहू आदि ने समर्थन किया