पीएचई मंत्री के क्षेत्र का हाल बेहाल
शासन पानी की किल्लत वाले वार्डों में टेंकर से जलापूर्ति करे
दुर्ग जिला धमधा जनपद के ग्राम पंचायत नारधा आए दिन नल जल योजना बंद रहने से चरदिनया नल जल योजना कहें तो अतिसंयोक्ति न होगी। सरकार द्वारा लाख जतन करे कि घर-घर निशुल्क जल नल जल योजना विस्तारित कर निःशुल्क पानी कनेक्शन दिया जाएगा किंतु नारधा पंचायत के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते यहां पूर्व से बने बनाए नल जल योजना फिसड्डी साबित हो रहा है। गांव के अधिकांश वार्ड सूखा क्षेत्र होने के कारण वहां पेयजल की विकट समस्या है। उन्हें गांव के नल जल योजना पर ही आश्रित होना पड़ता है। हैंडपंप में अब पहले जैसा पर्याप्त पानी नहीं मिलता। जो मिलता है वह भी गंदा मटमैला रहता है।जनता उसे भी पीने मजबूर है।गांव के सरपंच, उप सरपंच तथा कई पंचों के घर निजी बोर है उन्हें जनता के प्यास से कोई मतलब नहीं है। पीएचई मंत्री के क्षेत्र होने के बाद भी उनके कोई भी जनप्रतिनिधी पेयजल की संकट से निजात दिलाने क्षेत्र में सक्रीय नहीं है। अभी यह हाल है गर्मी में समस्या और विकराल हो सकती है 18, 20 , 24,25, 26 अक्टूबर तक कुल 5 दिन नल बंद रहा।त्यौहारी सीजन के बीच आज फिर नल जल योजना बंद है।कब सुधारा जाएगा यह निश्चित नहीं है। दीपावली की तैयारी के बीच बार बार नल बंद होने से लोगों में काफी गुस्सा है। ग्राम पंचायत में 20 पंच है तथा जनपद सदस्य भी गांव की ही है।क्षेत्र के जिला पंचायत सभापति तथा जनपद पंचायत अध्यक्ष शासन की पेयजल योजना को लेकर गंभीर नहीं है।घर घर पानी देने की घोषणा कर चुनाव जीतने वाले ने भी जनता को प्यासा छो़ड़कर मुंह फेर लिया है।गांव वाले ने शासन से मांग की है पानी की किल्लत वाले वार्डों में टेंकर से जलापूर्ति करें।