रिपोर्टर-परमेश्वर कुमार साहू,गरियाबंद
बेसिक शिक्षा में गुणवत्ता सुधार वर्तमान की बहुत आवश्यक आवश्यकता है और परंपरागत ढंग से बहुत से विद्यालयों में अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठा रखते हुए शिक्षक शासन के निर्देशों को बखूबी पालन कर रहे है।बहुत से ऐसे शिक्षक शिक्षण के ऐसे नवीन तौर-तरीकों को शिक्षण में सम्मिलित कर रहे है।जिससे बच्चों को कुछ अलग तरह से पढ़ाया जाए, वह न सिर्फ उन्हें अच्छे से समझ आए बल्कि स्मरण भी रहे। शिक्षण के ऐसे ही प्रयासों के तहत छुरा ब्लॉक के संकुल केन्द्र करचाली शिक्षण को उच्च स्तर तक ले जाने की कवायद में लगे हैं।जिसमें संकुल समन्यवक बालकृष्ण छेदैया अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है।
शिक्षक बालकृष्ण छेदैया माध्यमिक शाला बम्हनी में पदस्थ है जो संकुल केंद्र करचाली का समन्यवक भी है।जिनके द्वारा अपने शाला में संख्या का विस्तारीयकरण एवं उनका स्थानीयमान ,आकृतियां ,कोण एवं कोणों के प्रकार ,परवर्ती पूर्ववर्ती संख्या ,एक से करोड़ तक की संख्या आदि विभिन्न गणितीय मॉडल जो कबाड़ से जुगाड़ करके शिक्षक द्वारा स्वयं बनाया गया है । इन गणितीय मॉडल को बच्चो को प्रतिदिन समूह बनाकर वितरण किया जाता है जिससे बच्चे स्वयं करके व खेल खेल में गणित जैसे कठिन विषय को आसानी से सीख पा रहे है ।
प्राथमिक व माध्यमिक शाला के शिक्षक अपने दायित्वो का कर रहे है बखूबी निर्वहन
संकुल केन्द्र करचाली के प्राथमिक और माध्यमिक शाला बम्हनी के शिक्षक बच्चो के शिक्षा और भविष्य के साथ साथ स्कूल परिसर की व्यवस्था और रखरखाव के प्रति सजग दिखाई दे रहे है और बेहतरीन पहल कर रहे है।ब्लाक का पहला स्कूल है जहा स्कूल परिसर की व्यवस्था सभी स्कूलों से हटकर दिखाई दिया।जिसके लिए यहां के शिक्षक अपने जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन कर रहे है।प्राथमिक शाला बम्हनी के सहायक शिक्षिका भूमिता साहू और माध्यमिक शाला के शिक्षक व संकुल समन्वयक बालकृष्ण छेदैया ने कहा कि हमारा हमेशा प्रयास रहा है कि हम हटकर काम करे ,शासन ने जो जिम्मेदारी हमें सौंपा है उस पर हमेशा खरा उतरने का प्रयास करेंगे। वहीं इस कार्य के लिए शिक्षक को शाला के प्रभारी प्रधान पाठक जगत राम ध्रुव ,एवं समस्त स्टाफ द्वारा पूर्ण सहयोग मिल रहा है ।