पाटन। सेवा सहकारी समिति मर्यादित पहंडोर की वार्षिक आमसभा का आयोजन गुरुवार को धान खरीदी केंद्र में आयोजित किया गया।
आमसभा के मुख्यअतिथि मुख्यमंत्री के ओएसडी आशीष वर्मा ने राज्य सरकार सहकारिता के माध्यम से किसानों की दशा को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं।किसान को सम्मान चाहिए और सरकार के योजनाओ का लाभ मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाये रखने के लिये विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभ दिला रहे है।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष जवाहर वर्मा ने आमसभा को सम्बोधित करते हुए कहा सोसायटी के केवल धान खरीदी एवं बिक्री नही है। सोसायटी के माध्यम से कई योजना संचालित होता है। प्रदेश सरकार द्वारा लगातार किसानों के हित मे काम किया जा रहा है। श्री वर्मा ने किसानों से खुला चर्चा किये इस दौरान कृषकों ने कहा कि बैंक और समिति द्वारा किसी प्रकार की योजनाओ की जानकारी नही दिया जाता। श्री वर्मा ने भिलाई 3 बैंक के शाखा प्रबंधक युवराज सिंह चंद्राकर को मंच पर जमकर फटकार लगाया। उनके द्वारा शाशन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दिया।
आमसभा को सम्बोधित करते हुए दुर्ग मंडी बोर्ड अध्यक्ष अश्वनी साहू ने कहा दूध, दही, घी और चाय सभी को चाहिए लेकिन गौमाता को कोई पालना नही चाहता। उपस्थित सरपंचों एवं किसानों से श्री साहू गौठान की व्यवस्था को दुरुस्त करें। जिससे फसलों की चराई रुक सकती है। सी मार्ट के माध्यम से कृषि और पशुधन से होने वाली उत्पाद को एक जगह खरीदी बिक्री होगी। उन्होंने किसानों को जानकारी देते हुए बतलाया कि पाटन क्षेत्र के 29 सोसायटी में 14 लाख की लागत से किसान कुटीर बनाये जाने की स्वीकृति हो चुकी है।
संचालक मंडल द्वारा 11 किसानों का शाल श्रीफल देकर सम्मानीत किया गया। मंच संचालन पुरुषोत्तम तिवारी ने किया। सभी किसानों को समिति द्वारा उपहार में बैग प्रदान किया गया।
समिति प्रबंधक युवराज वर्मा ने वार्षिक प्रतिवेदन का वाचन किया। स्वागत भाषण सरपंच पुरुषोत्तम मढरिया ने दिया। मांग पत्र सोसायटी अध्यक्ष नरसिंह मढरिया ने सौपा। मंच संचालन पुरुषोत्तम तिवारी ने किया आभार प्रदर्शन सुरेंद्र गायकवाड़ ने किया। मौके पर प्रमुख रूप से रूपनारायण शर्मा, सुरेंद्र गायकवाड़,मनीराम वर्मा,परागा बाई,द्वारिका साहू,चिंताराम निषाद, गंगाराम,संजय वर्मा, उत्तरा साहू, लोकेश्वर साहू,धात्री साहू,रवि साहू, दिनेश साहू,सहित पहंडोर,करसा, घुघुवा, बेंदरी,महकाखुर्द के किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।