छुरा …ब्लाक मुख्यालय छुरा अन्तर्गत ग्राम मड़ेली में विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते जहां करेंट से बेजुबान जानवरों के मौत के ख़बर आम बात हो गया है। ग्राम मड़ेली के गणेशी बाई सतनामी के बैल गांव से लगे खार में चारा चरते समय, रोड किनारे जोगी ट्रांसफार्मर के सटे अर्थिंग तार के चपेटे में आने के कारण घटना स्थल पर ही बैल की मौत हो गई। जोगी ट्रांसफार्मर में अर्थिंग तार को खंभे में लोहे के क्लिम्प से बांधे हुए हैं और खंभे से उसी क्लिम्प से तार बांध कर जमीन में क्लिम्प गाढ़कर जमीन से बांधा गया है उस तार में करंट आ रहा है। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण गांवों के लोगों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि बिजली कर्मचारियों की इस लापरवाही एक बेजुबान जानवर की जान चली गई, हादसा किसी इंसान के साथ भी हो सकता है। बरसात के कारण खतरा और अधिक बढ़ गया है क्योंकि लगातार बारिश हो रही है, जिससे सीत के कारण करंट फैलने का अधिक खतरा रहता है। इसके बावजूद भी बिजली विभाग वाले लापरवाही कर रहे हैं, और उसी लापरवाही का अंजाम यह हुआ कि बेजुबान जानवर की मौत हो गई। करंट का कहर देख ग्रामीणों में न सिर्फ दहशत का माहौल रहा बल्कि वे करंट फैलने की आशंका को देखते हुए परेशान भी है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि इस घटना में उनके पन्द्रह-बीस हजार रुपए कीमत के मवेशी अकाल ही काल के गाल में समा गए हैं। सूचना मिलने पर बिजली विभाग की टीम ने बिजली सप्लाई लाइन बंद की।
गांव वालों ने शासन से उचित मुआवजा देने की मांग की है ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारियों को जर्जर हालत के बारे में अवगत कराते कराते थक गये है पर उन्हें कोई मतलब नहीं है खार में खम्बे एकसाईड झूक गया है तो कहीं तार नीचे आ गया है जब किसान मताई के लिए टैक्टर का इस्तेमाल करते हैं तो तार टैक्टर के ऊपरी हिस्से को पकड़ते हैं हमेशा जान का खतरा बना रहता है आखिर क्यों विभाग के कर्मचारी नजर अंदाज कर रहे है यह समझ से परे है आखिर कितने और घटनाओं का इंतजार कर रहे हैं। बारिश के मौसम में काफी बेजुबान जानवरों की बिजली विभाग की लापरवाही के चलते मौत हो जाती है, जिसके बाद भी बिजली विभाग कोई सख्त कदम नहीं उठाता है। क्या ऐसा ही चलता रहेगा, बेजुबान जानवरों का क्या कसूर है सरकार को इसके प्रति ध्यान देना चाहिए।