दुर्ग। छत्तीसगढ़ के तकनीकी शिक्षा में कार्यरत एमिनेंट पर्सनेलिटीज, जी आर साहू, डॉ आर एस परिहार, डॉ बी एस चावला, डॉ एम एफ कुरैशी, श्री पी के पांडे, डॉ एस के सिंघई, डॉ अजय गर्ग एवं डॉ जी एस बेदी ने छात्रों को संगठन के माध्यम से, कोराना वायरस से बचने हेतु शासन के कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने एवं टीकाकरण कार्यक्रम में टीका लगाने के लिए सुझाव दिए।
छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज राजपत्रित अधिकारी संघ, जो छत्तीसगढ़ के तीन शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय एवं 32 शासकीय पॉलिटेक्निक संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों का संघ है के द्वारा सामाजिक सरोकार एवं छात्रों एवं शिक्षकों तथा उनके परिवार की कोरोनावायरस से बचाव एवं टीकाकरण के महत्व को समझाने हेतु राज्य के पांच संभागों में टीकाकरण जागरूकता अभियान चला रखा है। इसी अभियान के माध्यम से तकनीकी शिक्षा के एमिनेंट पर्सनेलिटीज ने, छात्रों के पालकों से कोरोनावायरस से सुरक्षित रहने शासन द्वारा जारी नियमों एवं टीका लगाने की अपील की है। तकनीकी शिक्षा के इन एमिनेंट पर्सनेलिटीज ने की अपील, श्री जी आर साहू, वर्तमान में अतिरिक्त संचालक तकनीकी शिक्षा, पूर्व में, प्राचार्य शासकीय पॉलिटेक्निक एवं छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति। डॉ आर एस परिहार, परिहार, प्राचार्य शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय रायपुर, प्रदेश स्तरीय तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम (TEQIP) प्रोजेक्ट के प्रभारी। डॉ बी एस चावला प्राचार्य शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय बिलासपुर एवं विभिन्न ब्रांचों में एक्रेडिटेशन दिलवाया। डॉ एम एफ कुरैशी, पूर्व में अतिरिक्त संचालक तकनीकी शिक्षा, वर्तमान में प्राचार्य, तकनीकी विषयों के लेखक। श्री पी के पांडे वर्तमान में प्राचार्य, पूर्व में रजिस्ट्रार सीएसवीटीयू भिलाई, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के फाउंडर मेंबर और तकनीकी विश्वविद्यालय खोलने का श्रेय। डॉ एस के सिंघई, प्रोफेसर शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय बिलासपुर, रिसर्च में महारथ एवं पीएचडी गाइड। डॉ अजय गर्ग, संयुक्त संचालक तकनीकी शिक्षा, छत्तीसगढ़ में तकनीकी शिक्षा के कालेजों में प्रवेश के प्रदेश स्तरीय प्रभारी। डॉ जी एस बेदी प्राचार्य, पूर्व में संयुक्त संचालक तकनीकी शिक्षा, आईआईएम रायपुर एवं आईआईआईटी रायपुर के नोडल अधिकारी।