महासमुंद.साहू समाज द्वारा किशनपुर हत्याकांड में मृतकों के परिजन बाबूलाल साहू आज मंगलवार को पूर्व घोषणा के अनुसार सायकल से राजधानी के लिए रवाना हुए पर पिथौरा पहुंचते ही पुलिस ने सभी सायकल यात्रियों को थाना में ही बैठा लिया है. ज्ञात हो कि आज अलसुबह रायपुर के लिए निकले करीब दो दर्जन से अधिक सायकल यात्रियों को भी पुलिस द्वारा रोके जाने की भी खबर है. ग्रामीणों को पुलिस ने घसीट-घसीट कर थाना पहुंचाया. इनमें सायकल यात्रियों में शामिल एक 11 वर्षीय बच्ची को भी पुलिस घसीटकर थाने तक ले गई. सायकल यात्री रायपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री से शेष आरोपियों को पकड़ने की गुहार लगाएंगे।
ज्ञात हो कि किशनपुर उप स्वास्थ्य केन्द्र में 30 और 31 मई 2018 की दरमियानी रात्रि चेतन साहू, उनकी पत्नी योगमाया साहू और दोनों बच्चों की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी।
मृतक चेतन साहू की पत्नी किशनपुर उपस्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम के पद पर पदस्थ थीं. समाज के पदाधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि हत्याकांड के बाद पोस्टमार्टम में मृत महिला का योनी परीक्षण भी नहीं किया गया और ना ही महिला चिकित्सक से पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस ने इस हत्याकाण्ड के चालन में फोटोग्राफ्स भी नहीं लगाए थे. परिजनों ने आरोप लगाया कि हत्याकाण्ड से जुड़े दो लोगो को पुलिस विभाग द्वारा गवाह बना दिया है, इससे पहले भी आरोपी सुरेश खुंटे और अखण्डल प्रधान का मुख्य गवाह बनाया था. वहीं आरोपी धमेन्द्र बरिहा का नार्को सीडी थाने, एसडीओपी और एसपी तीनों कार्यालयों से गायब है. बार-बार मांगने के बाद भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है.
समाज के पदाधिकारियों और परिजनों ने हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है. बहरहाल, उक्त हत्याकांड में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. परिजनों के अनुसार पूरी घटना के मुख्य आरोपी को पुलिस द्वारा बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. मामले की निष्पक्ष जांच कराने सीबीआई जांच करवाने एवं शेष दोषियों को भी गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलाने की मांग की जा रही है।