लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद। भाजपा के जिला महामंत्री अनिल चंद्राकर ने आरोप लगाया है कि राजिम विधानसभा के अनेक गांव में अवैध मुरुम खनन का कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन जानकारी होने के बावजूद दोषियों के खिलाफ प्रशासन कार्यवाही नहीं कर रही है। उन्होने बताया कि छुरा विकासखंड के ग्राम सांकरा एवं फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम पंचायत रवेली में सत्तापक्ष से जुड़े जनप्रतिनिधि द्वारा बड़े पैमाने पर मुरुम का अवैध उत्खनन किए जा रहे हैं। इस मामले को लेकर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, क्योंकि क्षेत्र के ग्रामीण अवैध मुरुम खनन को लेकर काफी आक्रोशित है। इसकी शिकायत भी समय-समय पर खनिज एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को किए गए है। वहीं खनिज माफिया के दबंगई से ग्रामीण भयभीत हैं।
श्री चंद्राकर ने कहा कि ग्राम पंचायत रवेली व ग्राम सांकरा में काफी लंबे समय से मुरुम का अवैध उत्खनन मनमाने तरीके से हो रहे हैं। खनिज माफियाओं ने अब तक बहुत से हरे भरे पेड़ों को भी उखाड़ फेंके हैं। सत्ता में बैठे जनप्रतिनिधि के संरक्षण में पर्यावरण को व्यापक स्तर पर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। गांव के सरकारी भूमि व किसानों के जमीन में कूटरचना पूर्वक शासन को गुमराह करते हुए यहां अवैध खनन निरंतर जारी है।
जानकारी तो यह भी है कि राजिम क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधि के द्वारा उक्त कार्य किया जा रहा है। वहीं पंचायती राज के जनपद स्तर के बड़े जनप्रतिनिधि ही इन खदानों में अपना कब्जा जमाए हुए हैं। अवैध कमाई के चक्कर मे ये जनप्रतिनिधि जनता के प्रति अपना सरोकार पूरी तरह से भूल गए हैं। यहां के मुरुम खदान से प्रतिदिन सैकड़ो हाइवा वाहन से मुरुम ट्रांसपोर्ट होकर सीधे जल संसाधन विभाग में चल रहे नहर लाइनिंग कार्य स्थल में अनलोड किए जा रहे हैं। नवीन जतमई मार्ग में भी मुरुम को खपाया जा रहा है। इस तरह से करोड़ों के विकास कार्य मे रॉयल्टी के नाम पर शासन को लाखों रुपए की क्षति पहुंचाई जा रही है। श्री चंद्राकर ने अवैध मुरुम खनन को लेकर शासन-प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है, जिससे कि दोषी बेनकाब हो सकें।