बालोद। केंद्र सरकार किसान आंदोलन से घबरा गई है। देश के अन्नदाता अपना हक मांग रहे हैं। भारत चीन सरहद पर दीवारें होनी चाहिए थी, मोदी जी को यह मंजूर नहीं है। बदले में अपने ही देश के किसानों के लिए दिल्ली की सीमाओं पर तरह-तरह के बैरिकेट्स, नुकीले तार, सीमेंट के बड़ी बड़ी दीवार बनवा रहे हैं जैसे कि देश का अन्नदाता मोदी जी के नजर में घुसपैठिए हो गए हैं। उक्त विचार जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य चंद्रप्रभा सुधाकर ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि देश का किसान और देश का हर सच्चा नागरिक जाग गया है। गणतंत्र दिवस के दिन की घटना को भी अब देश की जनता जान चुकी है। घटना नहीं साजिश व षड्यंत्र है। किसानों को बदनाम करने का i मोदी सरकार को अब चीन पाकिस्तान से कहीं ज्यादा किसानों से डर सता रहा है i
किसानों के आंखों से बहने वाली आंसू की एक एक बूंद कहीं समंदर ना बन जाए। जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिले के प्रत्येक ब्लॉक में पैदल मार्च निकालकर किसान सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद जिला स्तर पर भी पैदल मार्च तथा किसान सभा का आयोजन होगा।
प्रजातंत्र मे सरकार को प्रजा के हित में कार्य करना चाहिए। केंद्र ने अन्नदाता किसानों पर देश के जवानों को लगा दिए है। देश का जवान किसानों के समर्थन में यदि बिगुल फूंक दे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए ? यदि ऐसा हुआ तो अहंकार में इतराने वाले सत्ता धीश कहां रहेंगे अनुमान लगा सकते हैं i
अन्याय और जुल्म हद से बढ़ जाए तो आवाज उठनी ही चाहिए ? और ऐसे समय में हमें अपनों से लड़ना पड़े जैसे महाभारत युद्ध अर्जुन ने अपनों के खिलाफ युद्ध लड़ा था ! परिणाम दुनिया जानती है
जय जवान जय किसान का पवित्र राष्ट्रीय नारा का संबंध हमेशा मजबूत रहेगा l खेतों पर संघर्ष करता किसान l सरहद पर संघर्ष करता जवान l यही वह शब्द है जो शास्त्री जी के गले से निकलकर हम सबके लिए प्रेरक बना है l इस अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष चंद्रेश हिरवानी, अनिल यादव, गिरीश चंद्राकर, रामजी भाई पटेल, केशव शर्मा, रतीराम कोसमा, शंभू साहू, यज्ञदेव पटेल, पुरुषोत्तम पटेल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।