भिलाई. भोजपुरी स्टार खेसारीलाल यादव ने कहा कि, बिग बॉस के माहौल में संस्कार और इंसानियत नहीं है, माँ-बहन को गाली दो, लड़ाई-झगड़ा करो तो आपको दिखाया जायेगा, मैंने कुछ दिन में ही बिग बॉस से विदाई ले ली थी, हम लोगों में संस्कार है जो कि, बिग बॉस में नहीं दिखाइ देगा। इस आशय के विचार इस्पात नगरी भिलाई पधारे बिहार के छपरा जिले के रसूल पट्टी के निवासी भोजपुरी स्टार खेसारीलाल यादव ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान व्यक्त किये। एक इवेंट के सिलसिले में भिलाई पहुंँचे खेसारी ने कहा कि, बिगबॉस में संस्कार नहीं हैं इसलिए मैं बाहर निकल गया। उन्होंने कहा कि, अक्सर भोजपुरी फिल्मों अश्लीलता को लेकर बातें होती हैं लेकिन बिग बॉस जैसे शो में खुलकर अश्लीलता परोसी जाती है। खेसारी लाल ने कहा कि, मैं वहांँ अपने संस्कार दिखाने गया था और वह करके आ गया। उन्होंने कहा कि, उन्होंने लगभग तीन हजार से अधिक गाने गाये हैं और 72 भोजपुरी फिल्मों में काम किया है जिसमें से 62 से 63 फिल्में रिलीज हो चुकी है बाकि प्रक्रिया में है। हिन्दी फिल्मों के बाद सर्वाधिक माँग भोजपुरी फिल्मों की है। 38 करोड़ जनता भोजपुरी फिल्मेंं देखती हैं। बता दें कि, भोजपुरी स्टार खेसारी लाल छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद् द्वारा खुर्सीपार अंडा चौक में आयोजित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सम्मान समारोह में शिरकत करने आए।
गोविंदा फेवरेट स्टार
खेसारीलाल यादव ने कहा कि, उन्हें फिल्म स्टार गोविंदा काफी पसंद हैं। उन्हीं की फिल्में व उनका डाँंस देखकर बड़ा हुआ। सही मायनों में गाने गाना व डाँंस करने के लिए गोविंदा ही मेरी पे्ररणा हैं। खेसारीलाल ने यह भी बताया कि, छत्तीसगढ़ में वे दूसरी बार आ रहे हैं। इससे पहले वे धमतरी एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में आ चुके हैं। खेसारी लाल ने छत्तीसगढ़ प्रवास को लेकर कहा कि, यहांँ आना सुखद हैं और भिलाई के लोग काफी मिलनसार है। यहांँ भोजपुरी को लेकर जो प्यार दिखा वह शानदार है।
लिट्टी चोखा की दुकान से भोजपुरी स्टार तक का सफर
खेसाली लाल यादव ने बताया कि, भोजपुरी इंडस्ट्री में आने से पहले वे दिल्ली में लिट्टी चोखा का दुकान लगाते थे। लगभग दो साल तक यह काम किया। इसके अलावा हर छोटे बड़े काम किए जिससे कुछ आमदनी हो जाए। खेसारी लाल ने बताया कि, बचपन से ही उन्हें गाने का शौक था और लिट्टी चोखा की दुकान से जो आमदनी होती थी उससे कैसेट बनाता था। धीरे-धीरे भोजपुरी फिल्मों तक पहुंँचा और आज स्थापित हू। खेसारी लाल ने बताया कि, उन्होंने अब तक लगभग 3000 से अधिक गाने गाए। उन्होंने बताया कि, उन्होंने 62 बच्चों को गोद लिया है जिनके खाने-पीने व पढ़ाई की व्यवस्था वे स्वयं करते हैं। उन्होंने चर्चा के दौरान बताया कि, जब कुछ नहीं था तो पूरा परिवार साथ में था आज मैं स्टार बन गया हूँ तो परिवार के लिए मेरे पास समय नहीं है। 2006 के पहले मैं दिल्ली में लिटी चोखा बेचता था, गुडग़ाँव में मैंने झाड़ू-पोछा भी लगाया है, धागा कटिंग कम्पनी में काम किया है, पिताजी मेरे दिन में चना बेचा करते थे और रात में गार्ड की नौकरी करते थे। 2006 में मेरा विवाह हुआ और 2008 में मुझे कन्यारत्न की प्राप्ति हुई, बच्ची मेरे लिये काफी भाग्यशाली रही, 2009 से मैं स्टार बना उसके बाद मैंने कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा है। मेरे गाने का शौक बचपन से ही था, छत्तीसगढ़ में दूसरी बार आ रहा हूँ इसके पहले सतीश जैन की फिल्म में काम करने के लिए धमतरी आया था। छत्तीसगढ़ के लोग काफी सहयोगी व्यवहारिक व संस्कारवान हैं।