अवैध संबंध, ब्लैकमेलिंग से तंग आकर युवक ने रची हत्या की साजिश तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त़ में

गरियाबंद। गरियाबंद के ग्राम बारूका के चिंगरापगार जंगल में गाहंदर जाने वाली मार्ग किनारे पांच दिन पहले एक अज्ञात महिला का शव खून से लथपथ मृत अवस्था में मिली थी। जिसे देखने से प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका जताई जा रही थी। गरियाबंद पुलिस की तत्परता व सूझबूझ से इस अंधे कत्ल़ का पर्दाफाश हो गया है। मृतिका की पहचान छुपाने के लिए अज्ञात आरोपियों ने चेहरे, सिर के बाल और कपडों को सेनेटाइजर छिड़कर जलाने का प्रयास किया गया था। मामला अवैध संबंध एवं ब्लैकमेलिंग से जुड़ी हुई थी, जिससे तंग आकर आरोपी युवक ने महिला को अपने रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रची। पुलिस जांच में सामने आया कि इस जघन्य़ हत्या को आरोपी युवक अपने पत्नी एवं साला के साथ मिलकर अंजाम दिया। तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। वहीं पुलिस की कामयाबी पर पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने थाना कोतवाली की टीम को पांच हजार रूपए से पुरस्कृत किया है।  
पुलिस तफ्तीश में सामने आया कि इस अंधे कत्ल़ की घटना दो जिलों से संबंधित था, वहीं इसे अंजाम देने में दो परिवार के सदस्य़ शामिल थे। पुलिस की सूझबूझ से अज्ञात महिला के अंधे कत्ल़ का पर्दाफाश हो गया है। मृतिका अज्ञात एवं आरोपी अज्ञात होने से पुलिस के सामने एक चुनौती थी, वहीं गरियाबंद पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती समय रहते महिला की पहचान करने का भी था, जिसे तत्परता से सुलझाया गया। पुलिस अधीक्षक ने घटना के संबंध में बताया कि गरियाबंद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बारूका के चिंगरापगार जंगल में गाहंदर जाने वाली पगडण्डी मार्ग किनारे एक अज्ञात महिला जिसकी उम्र तकरीबन 30 से 35 वर्ष का शव खून से लथपथ मृत अवस्था में मिली थी। उन्होंने बताया कि मौके पर अतिरिक्त़ पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर, उप पुलिस अधीक्षक टीआर कंवर और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गरियाबंद संजय ध्रुव के साथ थाना स्टाफ पहुंचे हुए थे। जहां घटनास्थल़ निरीक्षण किया गया, जिसमें प्रथम दृष्टया अज्ञात व्य़क्ति द्धारा अज्ञात महिला की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या किए जाने का लगा। थाना सिटी कोतवाली गरियाबंद में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302, 201 भादवि का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया। 
पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि सभी सोशल मिडिया प्लेटफार्म में मृतिका की सूचना प्रसारित करवाया गया, जिसके आधार पर ग्राम बेलौदी थाना मगरलोड़ जिला धमतरी निवासी ईश्वऱ साहू ने मृतिका को अपनी पत्नी ममता साहू के रूप में पहचान की गई। मामले में बेसिंग पुलिस का ज्यादातर सहयोग लिया गया। महिला की पहचान होते ही पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने में जुट गई और गरियाबंद पुलिस अलग-अलग टीम बनाकर ग्राम बेलौदी एवं आसपास के गांव में एक से डेढ़ दिनों तक डेरा डालकर संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर रखतें हुए सभी पहलुओं पर बारिकी से जांच भी कर रही थी। बताया कि पुलिस जांच में मृतिका ममता साहू का गांव के पुरूषोत्तम़ साहू के साथ विगत् एक वर्ष से अवैध संबंध था। जिसे आधार बनाते हुए पुलिस ने पुरूषोत्तम़ साहू से बारिकी से सिलेसिलेवार पुछताछ की गई, जिसमें उसने जुर्म स्वीकार किया। गांव के ममता साहू के द्धारा अवैध संबंध होने के एवज में लगातार रूपए, गहने की मांग करने लगी और युवक के द्धारा नहीं देने पर समाज में बदनाम करने की धमकी देने लगी।  ब्लैकमेल से तंग आकर आरोपी पुरूषोत्तम़ साहू अपनी पत्नी धनेश्वरी साहू को पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद दोनों पति-पत्नी ने ममता साहू को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई। वहीं 29 दिसंबर को पुरूषोत्तम़ साहू ने ममता साहू को चिंगरापगार घुमने जाने के लिए राजी किया और अपनी पत्नी धनेश्वरी साहू को अपने साला लक्ष्मण़ साहू निवासी कोपरा के साथ चिंगरापगार जंगल बुलाया। जिसके बाद पुरूषोत्तम़ साहू, धनेश्वरी साहू और लक्ष्मण़ साहू योजना के मुताबिक ममता साहू को पकड़कर जमीन में पटक दिया। मुख्य़ आरोपी पुरूषोत्तम़ मृतिका के सीने में बैठकर और लक्ष्मण़ साहू मृतिका के मुंह व सिंर को दबाकर पकड़ा, वहीं आरोपिया धनेश्वरी साहू मृतिका के पैर को दबाकर पकड़ी थी। इसी दौरान मुख्य़ आरोपी पुरूषोत्तम़ ने पास में रखे धारदार चाकू से मृतिका के गले को रेतकर व घोंपकर हत्या कर दिया। इसके बाद मृतिका की पहचान छुपाने के लिए सैनेटाइजर को चेहरा, सिर और कपड़ा में डालकर माचिस मारकर जलाया गया। तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर घटना में प्रयुक्त़ मोटर सायकल, खून लगे कपडे़, जुते, मृतिका ममता साहू के मोबाईल फोन और पर्स को आरोपियों के कब्जे से बरामद किया गया है। तीनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। 
उपरोक्त़ कार्यवाही में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक वेदवती दरियो, सउनि अजय सिंह, डिगेश्वऱ साहू, मनीष चेलकर, रविशंकर सोनवानी एवं सायबर क्राइम स्टाफ अंगद राव, सुशील पाठक, सतीश यादव की सराहनीय भूमिका रही।

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