पाटन।आज देश प्रधानमंत्री मोदी के गलत नीतियों की वजह से गर्त में जाते जा रहा है उनके मंत्रिमंडल में लिए कई निर्णय ने देश को खोखला कर दिया नोट बन्दी जी एस टी इनसे आम जन मानस व्यापारी सब परेसान है नोट बन्दी ने कई लोगो की जान ले ली बीजेपी की सरकार आम आदमी के हितों की कभी नही सोचता ये पूंजीपतियों की सरकार है। आज देश का किसान कड़कती ठंड में सड़कों में बैठ कर अपना हक मांग रहा है मनवा कुर्मी समाज के पदाधिकारी युगल किशोर आडिल ने कहा कि जो किसान पूरे भारत के लोगो को खून पसीना बहाकर अन्न उपलब्ध कराता है आज वही सड़को पे है देश का दुर्भाग्य देखिए कि जनता से चुना राजा अपने अहंकार में किसानों से बात तक नही कर रहा जो बिल किसानों को पसंद नही उन बिलो को वापस लेने में आखीर हर्ज ही क्या है। जिनके लिए बिल लाये हो वही उस बिल को नकार रहा है तब तो उस बिल को वापस ले लेना चाहिए आडिल ने कहा कि किसान तीन काले कानून को वापस करने की मांग कर रहा है जिसमे कांट्रेक्ट फार्मिंग प्रमुख है ये ऐसा कानून है जिसमे आपके उपज का एक निश्चित दर निर्धारित किया जाएगा लेकिन वह कम्पनी के नियम कायदों से बंधे होंगे जब कीमत अच्छी होगी तो किसानों को उनके उपज का दाम दिया जाएगा और कीमत कम हुई तो कई बहाने बनाकर किसानो के उनके उपज का सही दाम नही दिया जाएगा दूसरा कानून अन्न भण्डारण में खुली झुट इस कानून से बड़े वयापारी जितना चाहे अन्न भण्डारण कर सकते है उससे होगा ये की जब किसानों की फसल आएगी तो ये ब्यापारी अपने भण्डारण से अन्न खुले बाजार में कम कीमत में बेचेंगे जिससे किस्सनो के फसल का दाम कम मिलेगा और जब किसानों के पास अन्न समाप्त हो जाएगा तब ये वयापारी भंडारण से अन्न खुले बाजार में अधिक दर में बेचेंगे जिससे महगाई बढ़ेगी और तीसरा एम एस पी निर्धारित कीमत में खरीदी जरूरी है ताकि किसान को पता रहे उसकी फसल की बाजार में क्या रेट है नए कृषि कानून से खरीदार का पता ही नही चलेगा कौन आकर खरीदेगा असमंजस है एम एस पी के बिना किसान सड़क पे आ जायेंगे भूखे मरने की नौबत आ जायेगी आडिल ने बताया कि मंगलवार को दोपहर 12 बजे किसान आंदोलन के समर्थन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर राष्ट्पति के नाम एस डी एम को ज्ञापन सौपा जाएगा।