बेमेतरा: महिला स्व-सहायता समूह ने वर्मी खाद बेचकर 45 हजार रु. का कमाया मुनाफा

बेमेतरा। राज्य शासन की फलैगशिप योजना नरवा गरवा घुरूवा अउ बाडी के अंतर्गत साजा विकासखण्ड के ग्राम पंचयात टिपनी में आदर्श गौठान का निर्माण किया गया है, साथ ही गौठान मे वर्मी बेड स्थापित कराया वर्मी बेठ में वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिये माॅ महामाया महिला स्व सहायता समूह का गठन कृषि विभाग की एक्सटेंशन रिफार्म आत्मा योजनांतर्गत पंजीकृत किया गया है। शुरूवात में महिला समूहों को वर्मी कम्पोस्ट के विषय में जानकारी नही थी फलस्वरूप कृषि एवं जैव प्रोद्योगिकी विभाग की एक्सटेंशन रिफार्म आत्मा योजनांतर्गत श्री जितेन्द्र कुमार ठाकुर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, श्री बलंवत डडसेना ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, श्री लुकेश सेन सहायक तकनीकी प्रबंधक एवं उद्यान विभाग व कृषि विज्ञान केन्द्र के सयुक्तत्वाधान में महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें वर्मी खाद बनानें की विधी एवं उससे होने वाले फायदे के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया जिससे महिलाओं की रूचि इस विषय में बडी और उन्होने रूची लेकर मेहनत किया और अनकी मेहनत रंग लाई आज इसी मेहनत का परिणाम है कि 30 क्विं. वर्मी खाद जिसे विभाग को बेचकर 45 हजार रूपये आमदानी प्राप्त हुआ एवं साथ ही गौठान में उपलब्ध गोबर खाद को बेस्ड डीकम्पोसर से उपचारित कर चार टेªक्टर गोबर खाद तैयार कर 13 हजार रूपये की आमदानी प्राप्त किया गया। राशि का भगतान प्राप्त होते हि महिलाओं मे काफी प्रसन्नता थी ।
छ.ग. शासन की इस महती योजना से ना कि सिर्फ महिलाओं को फायदा हो रहा है बल्कि जिले के किसानों को सही समय पर जैविक खाद उपलब्ध हो रहा है इस योजना से जैविक खेती को भी पूरा बढावा मिल रहा है लाॅकडाऊन में छ.ग. शासन की दूरगामी सोच से इस संकंट की घडी में कोविड-19 समय में भी सुराजी गांव योजना संजीवनी की तरह काम कर रही है।

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