पाटन। ब्लाक मुख्यालय में विगत 11 दिनों से अनवरत अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठे ग्राम पंचायत सचिवों को जनपद में कार्यरत करारोपण अधिकारियों द्वारा समर्थन दिया गया। करारोपण अधिकारी संघ के अध्यक्ष कन्हैया लाल मन्नाडे द्वारा जानकारी दी गई कि ग्राम पंचायत सचिवों की नियुक्ति छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम 1993 के तहत ग्राम पंचायतों के कार्यपालिक कार्यों के लिए किया गया था। पंचायत सचिवों के द्वारा जन्म से मृत्यु तक के ग्रामीण क्षेत्रों के सभी रिकॉर्डों का लेखा जोखा रखा जाता है, ग्राम में किसी भी कार्यों के लिए सचिवों को जवाबदार माना जाता है। ऐसे में सरकार द्वारा इन्हें शासकीय कर्मचारी का दर्जा नहीं देना निंदनीय है, सरकार को जल्द से जल्द पंचायत सचिवों का शासकीयकरण करना चाहिए ताकि ग्राम पंचायत सचिव ग्राम पंचायत में वापस लौटकर कार्यों को सुचारू रूप से संचालन कर शासकीय योजनाओं का संचालन सुचारू रूप से करें। इस अवसर पर करारोपण अधिकारी सेवकराम वर्मा, झंकार नागवंशी, हलधर देवांगन, गोपाल सिंह सहित महेंद्र साहू जिलाध्यक्ष सचिव संघ दुर्ग और पाटन ब्लाक के समस्त पंचायत सचिव उपस्थित रहे।
आंदोलनरत पंचायत सचिवों को करारोपण अधिकारियों का समर्थन
