भिलाई। आज वर्तमान में भौतिक सुख सुविधाओं का अंबार है फिर भी मनुष्य आत्माएं शक्तिहीन होकर सच्चे प्यार,शक्ति, प्रेम की तलाश में दर दर के ठोकरे खा रहे हैं। सच्चा निस्वार्थ प्रेम और साथ परमात्मा के सिवाय कोई नहीं दे सकता। उक्त उद्गार सेक्टर 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में अहमदाबाद (अंबावाड़ी सब जोन) की निदेशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी शारदा दीदी जी ने भिलाई प्रवास के दौरान कही।
आगे आपने बताया कि पुण्य कर्मों के बल और स्वयं को दुआओं से भरपूर कर जीवन में दैवीय संस्कारो की धारणा करनी हैं।मोबाइल की चार्जिंग तो हम प्रतिदिन करते हैं नहीं तो बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है, वैसे ही आत्मा की बैटरी को भी हमें परमात्मा रूपी चार्जर से प्रति दिन कुछ घड़ियां निकाल कर चार्ज करनी है। परमात्मा पिता को अपने जीवन की सर्व जिम्मेवारियां सौंप कर निश्चिंत रहे है तो वह हलचल के समय भी हमारा साथ निभाएगा ।
हमें हमारे संकल्पों की दृढ़ता पर अटेंशन देकर चेक करना है , हमारे संकल्पों में बहुत शक्ति होती है इन्हें व्यर्थ न गंवाए, हमेशा शक्तिशाली पॉजिटिव संकल्प करे। कर्मेंद्रियों का आधार लेकर कर्म करने की प्रैक्टिस करनी है,जिसका अभ्यास आपने राजयोग मेडिटेशन कमेंट्री के माध्यम से करवाया।हमारे बोल आत्मीय,मधुर,मीठे,मर्यादा पूर्वक,उमंग उत्साह बढ़ाने वाले हो जिसमें निरअंहकारिता,निस्वार्थ, सरलता के भाव समाए हुए हो।
हमारी दृष्टि रूहानी आत्मिक होनी चाहिए क्योंकि सकारात्मक दृष्टि ही दृष्टिकोण को बदलती है।डिवाइन ग्रुप के बच्चों द्वारा समर्पण को तेरे प्रणाम गीत द्वारा सुंदर स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया।
इंदौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमालता दीदी जी और महाकाल की नगरी उज्जैन से आई राजयोगिनी उषा दीदी जी ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजयोगिनी शारदा दीदी जी के वरदानी आशीर्वचन आने वाले नववर्ष और पिताश्री ब्रह्मा बाबा के स्मृति दिवस तपस्या मास जनवरी में स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन का आधार बनेगी।