प्रिज्म संस्थान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ” मंथन” का सफल आयोजन

पाटन। शिक्षा के क्षेत्र में पारंपरिक शिक्षण एवं नवाचार के इष्टतम संगम और आधुनिक युग में शिक्षण चुनौतियों एवं उसके समाधान के उद्देश्य से प्रिज्म ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के प्रांगण में तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार मंथन 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ के अलावा देशभर के अलग – अलग राज्यों से शिक्षा विधा से जुड़े विशेषज्ञ एक मंच पर मंथन करते नजर आए। सेमिनार में भौतिक और वर्चुअल रूप से लगभग 40 पीएचडी स्कॉलर ने भी भाग लिया । संस्था प्रमुख रूपेश कुमार गुप्ता ने सेमिनार में शामिल विशेषज्ञों और श्रोताओं को बताया कि प्रिज्म संस्थान की शुरुआत ग्राम महकाखुर्द में 2010 में ग्रामीण अंचल के युवाओं को उन्नत एवं किफायती शिक्षा और उनमें उद्यमता के विकास उद्देश्य से की गई थी। प्रिज्म संस्थान में एम बी ए, बी एड, आई टी आई के साथ ग्रेजुएशन कोर्स जैसे बी ए, बीएससी और पीजीडीसीए इत्यादि हिन्दी के साथ इंग्लिश माध्यम में भी संचालित है। संस्था के डायरेक्टर श्रीमती ख्याति साहू ने सेमिनार पर जानकारी देते हुए बताया कि विगत तीन वर्षों से प्रिज्म संस्थान राष्ट्रीय सेमिनार मंथन का आयोजन करता आ रहा है , उन्होंने आगे बताया कि प्रिज्म संस्थान भारतीय शिक्षा प्रणाली और आधुनिक नवाचार के समायोजन से युवाओं को रोजगार उन्मुख शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रिज्म संस्थान राष्ट्रीय सेमिनार के साथ हर वर्ष युवाओं के लिए उड़ान नाम से ओपन प्लेसमेंट का आयोजन करता है जिसमें राज्यभर के सैकड़ों युवा रोजगार से जुड़ते है। सेमिनार में शामिल हुए अतिथियों सेमिनार के सफल आयोजन पर संस्था को बधाई देते हुए कहा कि प्रिज्म संस्था के शिक्षा पद्धति , शिक्षा पर राष्ट्रीय आयोजन और अपने उद्देश्य के कारण ही पाटन ब्लॉक में नेक (NAAC) से मान्यता प्राप्त चुनिंदा प्राइवेट संस्था में शामिल है। सेमिनार के मुख्य अतिथि रहे हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार भूपेंद्र कुलदीप ने सेमिनार के सफल आयोजन प्रिज्म परिवार को बधाई देते हुए युवाओं में कौशल विकास पर जोर दिया ।

जहां 12 नवंबर को बी.एड, ग्रेजुएशन और स्कूल विभाग, 13 नवंबर फॉर्मेसी और आई टी आई विभाग और 14 नवंबर पीजीडीम विभाग का सेमिनार रखा गया l
12 नवंबर प्रथम दिवस सेमिनार का टॉपिक ” क्वालिटी इन्हासमेंट इन हायर एजुकेशन: ए नेक प्रॉस्पेक्ट्स” इसे आई क्यू ए सी के अंतर्गत आयोजित किया गया l इस सेमिनार का उद्देश्य उच्च शिक्षा संस्थान में बेस्ड प्रैक्टिस और स्ट्रेटजी के द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना है l इस सेमिनार के चीफ गेस्ट हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार भूपेंद्र कुलदीप और गेस्ट ऑफ ऑनर प्रशांत श्रीवास्तव उपस्थित थे, इनका स्वागत प्लांट पॉट, मोमेंटो और गिफ्ट के साथ किया गया l सरस्वती वंदना के साथ इनोग्राल सेशन की शुरुआत हुई l पुनः बी एड विद्यार्थियों के द्वारा वेलकम संग की प्रस्तुति दी गई l वेलकम स्पीच में प्राचार्य डॉ अंजना शरद ने गणमान्य अतिथियों के अभिवादन के साथ सेमिनार के प्रारूप की जानकारी दी l तत्पश्चात संस्थान प्रमुख रूपेश कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों का पक्ष लेते हुए बताया कि इन चमकती आंखों में बड़े सारे सपने है , जो कहीं न कहीं पीर प्रेशर , क्लासरूम, टीचर पेरेंट्स एसपेक्टेशन के बीच दब गई है l उन्होंने बताया कि एक शिक्षक के तौर पर आत्ममंथन करने की आवश्यकता है कि, एक विद्यार्थी क्लासरूम में क्यूं आना नहीं चाहता, क्यों वह कोचिंग आदि का सहारा लेता है जो भी विद्यार्थियों को चाहिए ,वो उससे क्लासरूम से मिले, उसे इतना इंटरेस्टिंग, फन लविंग और इंटरैक्टिव बनाए, जिससे विद्यार्थी स्किल अर्जित कर उद्यमिता तक बढ़ सके l तत्पश्चात कुलदीप सर ने अपने स्पीच में ,पोटिया कला के स्कूल का उदाहरण देते हुए, बताया कि स्टूडेंट की टीचिंग में टेक्नोलोजी कितनी हेल्पफुल है l प्रशांत सर ने इस सिस्टेमेटिक आयोजन के लिए प्रिज्म संस्थान को बधाई दी l और थीम 1 न्यू डायरेक्शन इन हायर एजुकेशन की शुरुआत हुई l जिसे पुनः 5 सब थीम में डिवाइड किया गया था l इस थीम के पैनल मेंबर डॉ जगजीत कौर सलूजा ( साइंस कॉलेज, दुर्ग) , डॉ अनुपमा अस्थाना,डॉ शाबानl, डॉ प्रभा कुरूप ( मैत्री कॉलेज) उपस्थित थे l नेक को भूमिका और न आईआरेफ रैंकिंग पर प्रकाश डाला गया l थीम 2( रिसर्च एंड डेवलेपमेंट प्रोग्राम) जिसमें की नोट स्पीकर डॉ अनिर्बान चौधरी सर ने अपने प्रेजेंटेशन के माध्यम से रिसर्च की उपयोगिता को बताया l पैनल स्पीकर के रूप में डॉ लुभानी, डॉ निशा श्रीवास्तव, दे. राखी शर्मा, डॉ शिशिरकोण भट्टाचार्य और डॉ तीरथ प्रसाद उपस्थित थे l
सभी अतिथियों के लंच के पश्चात् थीम 3 डायवर्सिटी एंड इन्क्लूसिव इन हायर एजुकेशन प्रारंभ हुआ ,जिसके कीनोट स्पीकर डॉ अवधेश पटेल सर ने अपने प्रेजेंटेशन में मानव मूल्यों पर प्रकाश डाला l इसमें पैनलिस्ट डॉ हंसा शुक्ल, डॉ सरला द्विवेदी, डॉ एस साजन, डॉ दुर्गा त्रिपाठी उपस्थिति थी l इस थीम का सार यह रहा कि टीचिंग में वैल्यू एजुकेशन के साथ ईक्विटी और इक्वलिटी भी जरूरी हैं l
थीम 4 आईटीइपी पlथ टू टीचिंग जिसकी कीनोट स्पीकर डॉ ऊषा किरण अग्रवाल थी l जिन्होंने अपने प्रेजेंटेशन में विभिन्न उदाहरण के माध्यम से शिक्षक को सशक्त करने की बात की l जिसमें पैनल स्पीकर डॉ दीपा दास, डॉ स्वाति श्रीवास्तव, डॉ के एन मिश्रा, डॉ अभिषेक श्रीवास्तव उपस्थित थे l तथा ऑनलाइन डॉ सारिका शर्मा (जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी )से तथा डॉ रश्मि( बिहार) से जुड़ी थी l जिन्होंने पेपर प्रेजेंटेशन भी किया l
अंत में थीम 5 न्यू टेक्नोलोजी इन स्कूल एजुकेशन सिस्टम, जिसके कीनोट स्पीकर श्रीमती गीता झुंझानी थी l एवं मॉडरेटर श्री दुमेश कुमार थे l पैनल स्पीकर के रूप में श्री जी एस पाण्डेय (प्रिंसिपल ऑफ के पी एस) , डॉ प्राशी तिवारी , उपस्थित थे l
डॉ प्रीता लाल मैडम ने वेलेडिक्टरी सत्र में सभी का आभार और धन्यवाद ज्ञापन किया l संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन देशना गर्ग के द्वारा किया गया l

13 नवंबर 2024 को द्वितीय सत्र की शुरुआत प्रिज्म कॉलेज ऑफ फार्मेसी द्वारा किया गया l इस सेमिनार का टॉपिक ” एजुकेशन, इनोवेशन, रिसर्च टेक्नोलॉजी एंड डेवलेपमेंट बिंग इंडिविजुअल आइडेंटीटी इन फ्यूचर गोल ऑफ फार्मेसी प्रैक्टिस” था l इस मंथन का उद्देश्य फॉर्मेसी प्रैक्टिस इंस्टिट्यूट, को बेस्ट प्रैक्टिस और रणनीतियों के द्वारा बेहतर करना l यह सेमिनार दो प्रमुख विषयों और उनके संबंधित उप विषयों पर आधारित था l सेमिनार का उदघाटन मुख्य अतिथि डॉ ए के झा कुलपति श्रीशंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के स्वागत और सरस्वती वंदना के साथ हुआ l गणमान्य अतिथियों का स्वागत फार्मेसी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर श्री सागर शर्मा ने किया l तदोपरांत फार्मेसी की प्राचार्या श्रीमती सीमा कश्यप ने अपने संबोधन में सभी अतिथियों का अभिवादन के साथ फार्मा की विगत गतिविधियों पर प्रकाश डाला l इसके उपरांत डॉ झा ने फार्मेसी प्रैक्टिस में गुणवत्ता विषय पर अपने विचार साझा किए l सम्मानित अतिथि डॉ राजेश नेमा (प्रिंसिपल रिपस भिलाई) ने शैक्षिक मानकों को बनाए रखने और बढ़ाने पर अतिरिक्त दृष्टिकोण प्रदान किया l विशिष्ट अतिथि डॉ दीपक राठौड़ (एक्सपर्ट इन मार्केट एंड मैनेजमेंट) ने फार्मेसी प्रैक्टिस में वर्तमान परिदृश्य पर अपने विचार प्रकट किए l प्रासंगिक थीम और सब थीम को प्रतिष्ठित मुख्य प्रवक्ताओं और पैनल विशेषज्ञ की एक श्रृंखला द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिनमें प्रमुख शिक्षाविद पाठ्यक्रम डेवलपरस और प्रमुख कॉलेज के प्रबंधन प्रतिनिधि शामिल थे l प्रत्येक सत्र को गुणवत्ता आश्वासन, अनुसंधान विकास, दवा की खोज से लेकर डिलीवरी तक सर्वोत्तम उद्यमिता और नवाचार के साथ डिलीवर किया गया l जिसमें फार्मेसी संस्थान द्वारा नवीन रणनितियों और वर्तमान चुनौतियों पर अंतर्दृष्टि प्रदान की गई l श्रीमती गुरदीप शर्मा ने वैलिडिक्टरी सत्र में संपूर्ण कार्यक्रम के आउटकॉम को बताते हुऐ सभी का धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया l
सभी के लंच उपरान्त , आई टी आई विभाग के सेमिनार का आयोजन किया गया l जिसमें पूरी मुख्य अतिथि आई टी आई के डायेक्टर श्री सतीश पूरी सर , विशिष्ट अतिथि श्री राजकुमार कुर्रे (डेप्युटी डायरेक्टर) मॉडरेटर श्री नितिन कुमार ( क्लासिक ट्रेनर) पैनल स्पीकर श्री अशोक कुमार (एम डी अशोक जिंदल प्लाईवुड)श्री शैलेश कुमार (बी एस पी) , श्री अनिल कुमार, डॉ हुल्लश चौहान ( भारती यूनिवर्सिटी), डॉ नीना राठौर (जी एम) उपस्थिति थे l आई टी आई के डायरेक्टर श्री असीम साहू सभी का अभिवादन किया बताया कि आज के समय में स्किल्ड होना क्यों आवश्यक है l प्राचार्य श्री ललित साहू ने आई टी आई प्रशिक्षण जैसे स्किल्ड पाठ्यक्रम को सविस्तार बताया l इस संगोष्ठी को पुनः 2 थीम और 2 सब थीम में विभक्त किया गया l संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन निधि यदु मैडम ने किया l
14 नवंबर को मैनेजमेंट विभाग का सेमिनार आयोजित किया गया l इनोग्राल सेशन के द्वारा सेमिनार की शुरुआत की गई l
गेस्ट हॉनर के साथ हुआ l अपने वेलकम स्पीच में मैनेजमेंट विभाग की एच ओ डी डॉ दुर्गा त्रिपाठी ने पीजीडीएम के विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अब हम ब्लेंडेड मोड से प्रिज्म ज्ञान तक आ गए हैं जहां स्टूडेंट्स को वीडियो लेक्चर भी दिए जा रहे हैं l इसके पश्चात संस्थान प्रमुख श्री रूपेश कुमार गुप्ता सर ने बताया कि 3 दिवसीय नेशनल सेमिनार एक विशेष उद्देश्य के साथ शुरु किया गया था और अब हम इसके बेस्ट आउटकम की तरफ आ गए है l डायरेक्टर श्रीमति ख्याति साहू मैडम ने उदाहरण के द्वारा बताया कि आज आप भी सोशल मीडिया में अपनी पोस्ट डाल कर घर बैठे अपनी अर्निग कर सकते है lथीम 1 की शुरुआत पैनलिस्ट के रूप में डॉ सोरेन सरकार (एचओडी एस एस आई पी म) डॉ अभिषेक चक्रवर्ती (बी आई टी) श्री रूपेश कुमार गुप्ता, और मिस देशना गर्ग की l देशना मैडम ने प्रेजेंटेशन के साथ अपनी बात कही l थीम -2 के पैनलिस्ट डॉ आर्ची दुबे (इक फाई यूनिवर्सिटी), श्रीमती पारमितl मोहंती (सेल), नितिन फरासखानेवाला (क्लासिक ट्रेनर) उनकी सुपुत्री नूपुर फरासखानेवाला उपस्थित थे l सभी ने एच आर प्रैक्टिस और वैल्यू ड्रिवन एजुकेशन पर जोर डाला l इस थीम की मॉडरेटर डॉ आर्ची दुबे मैडम थी l लंच के उपरांत थीम 3 की शुरुआत “फाइनेंस मैनेजमेंट” से हुई जिसे पुनः सब थीम में विभक्त किया गया था l जिसमें panel मेंबर डॉ बिस्वजीत भट्टाचार्य (एस एस टी वी) डॉ नीलम गांधी (सेंट थॉमस कॉलेज) डॉ दीप्ति बघेल ( खूबचंद बघेला कॉलेज) उपस्थित थे इस सत्र में साइबर सिक्योरिटी,ब्लॉकचेन, बिटकॉइन, पर विस्तार से चर्चा की गई l तथा एस आई पी, मनी इन्वेस्टमेंट जैसे प्रश्नों का उत्तर भी पैनलिस्ट के द्वारा दिया गया l थीम 4 सिस्टम एंड आई टी को पुनः 6 सब थीम में विभक्त किया गया था l इस थीम के पैनल मेंबर डॉ नम्रता (भारती यूनिवर्सिटी) श्री प्रकाश कश्यप (रजिस्ट्रार प्रिज्म इंस्टीट्यूट) श्री रूपेश गुप्ता सर थे l डॉ नम्रता ने वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से ए आई और वी आई टेक्नोलॉजी के महत्व को बताया l
सेशन 5 स्ट्रेटजीज एंड जनरली मैनेजमेंट को 12सब थीम के साथ शुरु किया गया l जिसके पैनल स्पीकर डॉ संजय गुहा (बी आई टी) डॉ समर सिंह (आई आई एम रायपुर) डॉ प्रीति नवीन ( रुंगटा आर 2) उपस्थित थे l साथ ही मॉडरेटर के रूप में प्रिज्म संस्थान प्रमुख श्री रूपेश गुप्ता सर उपस्थित थे l बहुत ही ज्ञानवर्धक इस सत्र में कई ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा के साथ प्रश्नोत्तरी भी हुई l वेलेडिक्टरी सत्र में रूपेश सर ने सभी को आश्वासन दिलाया कि इस मंथन का लर्निंग आउटकम जरूर निकल के आया है l सेमिनार का समापन राष्ट्रगान द्वारा किया गया l

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