असोगा के ग्रामीणों ने सरकारी शराब दुकान खोलने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

पाटन। विकासखंड पाटन के ग्राम असोगा में विगत दिनों सरकारी शराब दुकान खोले जाने आक्रोशित जरवाय के ग्रामीणों ने शराब दुकान बंद करवाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद वर्तमान में शराब दुकान बंद करवा दिया गया है। बंद दुकान को दुबारा शुरु करने आज ग्राम असोगा के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट नाम ज्ञापन सौप कर सरकारी शराब दुकान शुरू किए जाने की मांग की है।

कलेकटरंक नाम सौपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने लिखा है की हमारे ग्राम असोगा में विगत 25 वर्षों से बड़े पैमाने पर महुआ से कच्ची शराब बेचने का कार्य बड़े पैमाने पर किया जाता है। जिसमें रोजाना लगभग 50 हजार से अधिक अवैध और कच्ची शराब का बिजनेस होता हैं। तथा यहां मध्यप्रदेश के भी शराब बड़े पैमाने पर कई बार पकड़े गए हैं। असोगा गांव के अधिकांश निवासी इस अवैध शराब विक्रय से त्रस्त है। जिसके कारण से हम ग्रामवासियों ने सरकार से असोगा के जमीन पर शासकीय शराब दुकान खोलने हेतु पंचायत एवं ग्राम सभा के माध्यम से प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किए है। जिसकी शासन द्वारा स्वीकृति पश्चात् असोगा के जमीन पर असोगा जरवाय मार्ग पर शुभारंभ हो गया है। जिसका हम ग्रामीण स्वागत करते है तथा आशा करते है कि सरकार के इस पहल से असोगा गांव में अवैध कच्ची शराब बंद होगा और हमें लगभग 25 वर्षों बाद छुटकारा मिलेगा। इसी बीच असोगा में कच्ची शराब वालो तथा बाहर से शराब लाकर गांव में बेचने वालो ने अपने अपने माध्यमों से गांव में शराब दुकान मत खुले इस हेतु विरोध का प्रयास विभिन्न माध्यमों से करवाया जा रहा है। लेकिन हम अवैध शराब से त्रस्त असोगा के जनता अब उनसे मुक्ति चाहते है। इस कारण उनके झांसे में न आकर सरकारी शराब दुकान का समर्थन व स्वागत करते है।

इसके पहले भी गांव में अवैध शराब के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता और महिला कमांडो ने मुहिम चलाई थी। पर वह सब अवैध शराब बेचने वालो के वैमनस्य के शिकार होकर बंद हो गया। पर अवैध कच्ची शराब से छुटकारा नही मिला। अब असोगा गांव में वर्षों से चल रहे इस अवैध और कच्ची शराब के कारोबारी से मुक्ति के लिए लोगों को सरकारी शराब दुकान का ही सहारा है। वर्तमान में खुला हुआ सरकारी शराब दुकान असोगा सर्वथा उचित जगह पर व है जो जरवाय बस्ती से 2 कि.मी. दुर है तथा असोगा बस्ती से 1.5 कि.मी. दुरी पर है। तथा इससे उपयुक्त जगह कही हो नही सकता।आशा है हमारे दुखो से मुक्ति शासन प्रशासन के द्वारा शीघ्र मिलेगी।

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