दुर्ग।छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अवस्थी के निर्देशानुसार पत्रकारों के हित मे विभिन्न मांगों को लेकर जिलाध्यक्ष ललित साहू के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को विभिन्न मांगो को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
पत्रकारों के हित में मांग का विवरण
1.पत्रकार कल्याण कोष की राशि बढ़ाकर पांच लाख किया जाए।
- सम्मान निधि योजना में अधिमान्यता की शर्त समाप्त हो ताकि ग्रामीण साथियों को भी लाभ मिले।
- सम्मान निधि की राशि 15 हजार की जाए
- पत्रकार साथियों के सुरक्षा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह जी ने एक समिति गठित की थी
उसका पुनर्गठन हो, उस समिति को अधिकार दिया गया था कोई भी पत्रकार साथी के विरुद्ध अपराध दर्ज होने पर बिना उच्चस्तरीय जांच के चालान पेश नही किया जा सकता था। - साप्ताहिक, मासिक समाचार पत्र के संपादक को भी अधिमान्यता दी जाए,
- प्रदेश में पत्रकारों के लिए भी टोल टैक्स फ्री हो।
- प्रदेश के विश्राम गृह में पत्रकारों के लिए आरक्षण की सुविधा हो।
- शहर की तरह ग्रामीण पत्रकारों को भी वर्ष में दो बार भ्रमण करवाया जाए।
- वेज बोर्ड के नियमो के अनुसार प्रदेश के पत्रकारों व ग्रामीण संवाददाताओं को भी वेतन दिलवाने श्रम विभाग कार्यवाही करे।
- शासकीय विज्ञापनों में प्रदेश के अखबारों,स्थानीय चैनल,को प्राथमिकता दी जाए
- रायपुर सहित सभी जिला मुख्यालय ,कस्बों में पत्रकारों को न्यूनतम दर पर जमीन दी जाए।
इस अवसर पर प्रदेश सलाहकार राफेल थॉमस, संभाग महासचिव दिनेश पुरवार,दुर्ग जिला अध्यक्ष ललित साहू, दुर्ग जिला महासचिव वैभव चंद्राकर, जिला सचिव मनोज देवांगन, मीडिया प्रभारी प्रशांत सिंह राजपूत, कोषाध्यक्ष खोमचंद देवांगन , सह सचिव रवि सेन , सह सचिव ऐश्वर्या नवरात्रि, रक्तदान ग्रुप मीडिया प्रभारी सोनल साहू,दुर्ग ग्रामीण प्रभारी राजेंद्र साहू, सांस्कृतिक कलां प्रभारी वरिष्ठ पत्रकार शमशीर शिवानी ,अहिवारा ब्लॉक अध्यक्ष स्टालिन सवाल ,धंमधा ब्लॉक अध्यक्ष निकेत ताम्रकार ,अंडा उतई ब्लॉक अध्यक्ष रोशन सिंह बंभोले,नवल किशोर सिंह लेखराम सोनवानी किशन हिरवानी धनराज साहू वरिष्ठ पत्रकार वीना दुबे,वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर नौशाद अहमद सिद्दीकी,जस्सू बख्श, नरेश कुमार विश्वकर्मा, कुंजलाल भारती,पवन साहू, एवं समस्त पदाधिकारी व सदस्य गण विशेष रूप से उपस्थित रहे। - सुकमा जिला के पत्रकार साथियों को एक पुलिस अधिकारी के द्वारा दुर्भावना वस फंसाया गया उक्त बात पुलिस विभाग के जांच में भी सामने आ चुकी है ,उसके आधार पर पत्रकार साथियों के विरुद्ध दर्ज मामला के खात्मे के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस आंध्रा पुलिस को प्रस्ताव भेजे जिससे पत्रकार साथियों को न्याय मिल सकेगी।