दुर्ग ग्रामीण विधायक विकास कार्यों में भेदभाव कर रहे है- डिकेन्द्र हिरवानी

  • भाजपा पार्षदों के वाड़ों को दे रहे महत्व/पुराने कार्यों को अपना बताकर झूठी वाहवाही लूट रहे हैं

उतई। नगर पंचायत उतई के अध्यक्ष डिकेन्द्र हिरवानी ने दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर पर विकास कार्यों में भेदभाव करने का आरोप लगाया है।नगर पंचायत उतई में प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि विधायक नगर पंचायत उतई के अधोसंरचना मद के राशि को अपने निधि की राशि बताकर भाजपा पार्षदों के वार्ड में दे दिया है। जबकि इस राशि का उपयोग नगर पंचायत के अध्यक्ष व पार्षद तय करते हैं। इस प्रकार विधायक विकास कार्यों में भेदभाव की नीति अपना रहे हैं। श्री हिरवानी ने कहा कि विधायक पूरे विधानसभा के मुखिया होते है। उनके पास विकास कार्यों के लिए पर्याप्त बजट होता है। बावजूद वह नगर पंचायत के अधोसंरचना मद पर मनमानी कर रहे है। उन्होंने बताया कि पूर्व में नगर के सभी 15 वार्डो में बिना किसी भेदभाव के कार्य की स्वीकृति हुई थी। जिसे साय सरकार के बनते ही सभी को निरस्त कर दिया गया और उसके बाद 149.88 लाख के कार्य को 6 वार्डों में कार्य करने की सहमति अपने लेटरपेड पर लिखित में विधायक ललित चंद्राकर ने दी है। जिसमे उन्होंने वार्ड 1, 2,5,7,9 और मात्र वार्ड 15 को ही शामिल किया हैं। जहां अपने समर्थक पार्षदों को लाभ पहुचाने का कार्य किया गया है। बाकी के सभी वार्डो में उनके द्वारा भेदभाव किया गया है। उन्होंने विधायक से जवाब मांगा है कि क्या शेष वार्ड की जनता ने मतदान नही किया है जो आप उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहे है।
श्री हिरवानी व पीआईसी मेम्बर ने बताया कि विधायक के द्वारा जिन कार्यों को स्वीकृति कर अपना बताया जा रहा है वो कार्य पूर्व से ही स्वीकृत है। जिन्हे रद्द कर उनमें से छटनी कर अपने चहेते भाजपा पार्षदों के वार्डों को ही उनके द्वारा महत्त्व दिया गया है, जो नगर की जनता का अपमान हैं। कांग्रेस पार्षदों ने बताया की कार्यों की जानकारी जब मुख्य नगर पालिका अधिकारी से माँगी गई तो उन्होंने कहा कि विधायक ने अपने लेटरपेड में अधोसंरचना मद से कराये जाने वाले कार्यों की जानकारी दी है। जब नगर पंचायत अध्यक्ष को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने सीएमओ से जानकारी ली। सीएमओ ने बताया कि इन कार्यों को विधायक स्वीकृत कराएँगे बोले हैं। कांग्रेस पार्षदों ने बताया की विद्यायक द्वारा उन्ही में से कुछ कार्यों को लिया गया हैं जिस काम को नगर पंचायत द्वारा पुरे 15 वार्डों मे कुल 73 कार्यों की लगभग 299.82 लाख की कार्यों का निविदा विधानसभा चुनाव पूर्व निकाली गई थी। कोई अतिरिक्त या नए कार्य को उनके द्वारा नही लिया गया है। चुकी सरकार बदलने के बाद उक्त सभी कार्यों को अपूर्ण मान कर निरस्त कर दिया गया था उन 73 कार्यों में ही विधायक द्वारा केवल भाजपा समर्थक पार्षद के वार्ड के कार्यों को अपने पत्र में शामिल किया गया है। नगर के विकास कार्यों का लिस्ट या तो उनके समर्थक पार्षद दिए हैं या सीएमओ ने दी है यह स्पष्ट नहीं है किंतु भेदभाव कर विधायक नगर की जनता को धोखा दे रहे है। उन्हें चाहिए की बिना किसी भेदभाव नगर के सभी वार्डो के कार्यों की जो पुरानी स्वीकृत सूची थी जिन्हे साय सरकार के आने के बाद निरस्त कर दिया गया था उसकी पुनः स्वीकृति करवाकर नगर के मतदाताओं का सम्मान करना चाहिए। कांग्रेस पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया है की नगर पंचायत के आगामी चुनाव में अध्यक्ष बनने सपना देख रहे कुछ भाजपा पार्षद या पूर्व पार्षद भी सिर्फ अपने वार्डो के कार्य सूची में शामिल कर स्वीकृत करवाए है ऐसे सपने देखने वालों का भी नगर के अन्य वार्डो से कोई मतलब नहीं हैं ऐसा प्रतीत होता है और ये नगर पंचायत अध्यक्ष बनने का ख्वाब देख रहे है जो केवल सिर्फ अपने ही वार्ड तक सिमित है और लालसा पाले नगर में घूम घूम कर जनता से चिकनी चुपड़ी बातें कर उन्हे अपने भ्रम जाल में फंसाने के कार्य में लग चुके है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है की एक वरिष्ठ वर्तमान पार्षद भी इस कांड में शामिल है जो अध्यक्ष बनने जोर लगा रहे हैं वो वर्तमान स्वीकृत कार्य को वाट्सअप के माध्यम से प्रचारित कर रहे है और यह बताने का प्रयास कर रहे है की उनकी मांग अथवा सहमति से इस कार्य को विधायक द्वारा स्वीकृति दिलाई गई है। जबकि अभी बजट स्वीकृति नहीं हुई हैं। कांग्रेस के पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया है की विधायक सीएमओ पर दबाव बनाकर पीआईसी को बिना विश्वास में लिए उक्त कार्यों को करवाना चाहते है जो नगर पंचायत नियमों के विपरित है तथा ऐसा कर विधायक नियमों का स्वयं ही उल्लंघन कर रहे है। प्रेसवार्ता में पीआईसी सदस्य तोषण साहू, प्रहलाद वर्मा, वीरेंद्र गोस्वामी, सुरता सिंह गढ़े मौजूद थे।

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