कुटेना में चल रहे अवैध रेत खनन की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण ,,कार्यवाही को लेकर ससपेंस बरकरार,,

खबर हेमंत तिवारी

पाण्डुका/जिले के पांडुका आंचल के प्रसिद्ध रेत घाट कुटेना और सरकड़ा हैं जिसमे रेत की बेहतर क्वालिटी को देखते हुए पूरे प्रदेश सहित अन्य राज्य में भारी मांग रहती है।और इसी के कारण इस ओर रेत चोर ज्यादा आकर्षित होते हैं पर पिछले साल से ग्राम पंचायत कुटेना में रेत की लड़ाई से गांव का माहौल बहुत ही खराब हो रहा है।तो पिछले साल कुछ ग्रामीणों के खिलाफ खनिज विभाग की टीम के साथ हुई मारपीट को लेकर एफआईआर दर्ज हुई थी उसके बाद लगा था कि कब यहां के कुछ लोगो को सबक मिल गया होगा पर ऐसा नहीं हुआ बीते कुछ दिनों से कुटेना घाट में रात के अंधेरे में लगभग 12 बजे के बाद सुबह तक अवैध रेत खनन का कारोबार फल फूल रहा था इसी को लेकर मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में ग्राम पंचायत के सरपंच सहित ग्राम विकास समिति सहित ग्रामीणों ने अवैध रेत खनन को लेकर शिकायत करने पहुंचे थे

जिसके बाद खनिज विभाग की टीम शिकायत के बाद कार्रवाई के लिए पहुंचे थे।पर कार्रवाई 24 घंटा बाद भी रंग नहीं लाई है ग्रामीणों ने अपने शिकायत में कलेक्टर को बताया है कि यह अवैध खनन कई दिनों से चल रहा है जिसको लेकर गांव का माहौल खराब हो रहा है आए दिन मारपीट झगड़ा लड़ाई माहौल बनता जा रहा है पूर्व में भी मारपीट झगड़ा लड़ाई और गांव में अशांति का माहौल देखने को हमेशा मिला था। इसलिए कुटेना घाट को पूर्णता रूप से अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए ग्रामीणों ने शिकायत पत्र लिखा है जिस पर खनिज विभाग की टीम और एसडीएम छूरा पहुंचे थे। वहीं इस बारे में कार्रवाई से संबंधित जानकारी लेने के लिए खनिज विभाग के जिलाधिकारी सहित एसडीएम छूरा को फोन लगाया गया पर किसी ने फोन रिसीव नहीं किया ऐसे में लगता है कि कार्रवाई को लेकर अब सस्पेंस बरकरार है ।तो वहीं सूत्रों की माने ने तो चार लोगों का नाम सामने आना बता रहे है। जिसमें एक बड़ा रेत चोर है। साथ ही गांव के दो पुराना रेत चोर वा पांडुका अंचल के अतरमरा गांव के आसपास के एक नया रेत चोर का नाम सामने आ रहा है ऐसे में रेत चोरी का यह खेल पांडुका अंचल में खूब खेला जा रहा है। चारों धाम चौक पांडुका से होते हुए अवैध रेत खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है ।जिस पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह असफल जिला प्रशासन इस पर कुछ नहीं कर पा रहे हैं तो वही खनिज विभाग सवालों से बचते हैं और जवाब देही होने के बाद भी फोन करने पर फोन रिसीव नहीं करते हैं। वही पाण्डुका ग्राम के आसपास सैकड़ो खाली हाइवा गाडियां खड़ी हुई देखने को मिलता है। जो रात होने का इंतजार करता है। और रात को रेत भर रायपुर भिलाई दुर्ग आदि शहरों में खपा रहे हैं।

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